अम्बिकापुर
अम्बिकापुर कोतवाली पुलिस ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है जिसने ठगी का बड़ा ही निराला अंदाज अपनाया है, इस आरोपी ने असली नोट लेकर दोगुने नकली नोट देने के नाम पर ठगी का प्रयास किया है। दरअसल आरोपी ने पिछले दिनों गुदरी बाजार में किसी व्यक्ति को असली नोट दिखाकर यह कहा की यह नकली नोट है जो बिलकुल असली नोट के जैसे दिखते है और असली नोटों की जगह डबल नकली नोट देने की बात कही । जिसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस ने घेराबंदी करते हुए आरोपी से सिविल ड्रेस में नोट की डीलिंग की और फिर आज उस आरोपी को क्राईम ब्रांच पुलिस ने रँगे हाथो गिरफ्तार कर लिया । इधर पुलिस ने 25 हजार के असली नोट की जगह 50 हजार का नकली नोट मामले मे जब जप्त गड्डियो की जांच की, तो इन गड्डियो में ऊपर असली नोट तो गड्डी के अंदर नोट कागज़ के टुकडे पाए गए। लिहाजा ठगी का अनोखा अंदाज देखकर उपस्थित लोग भी हैरान रहे गए।
गौरतलब है की दो दिन पूर्व जशपुर के कांसाबेल थाना क्षेत्र के उपकरा निवासी आरोपी त्रिलोचन यादव उर्फ प्रकाश यादव अम्बिकापुर के गुदरी बाजार चौक के पास एक व्यक्ति से नकली नोट के सम्बन्ध में बात कर रहा था। उस वक्त क्राइम ब्रांच के आरक्षक वंहा सिविल ड्रेस में उपस्थित थे जिन्होने दोनो के बीच की बातचीत सुनी। जिन्हें आरोपी नही पहचान सका। क्राइम ब्रांच के आरक्षकों द्वारा आरोपी से नकली नोट लेने के सबंध में बात की गई जिस पर आरोपी त्रिलोचन यादव ने 25000 रूपए के बदले 50000 रूपए आज 25 जुलाई को गुदरी बाजार के पास देने को राजी हो गया। इधर क्राईम ब्रांच ने इसकी सुचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी । जिनके मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच एवं थाना कोतवाली की संयुक्त टीम गठित की गई । जिसके बाद टीम द्वारा घेराबंदी कर उक्त आरोपी को पकड़ा गया। जिसके पास से पुलिस ने ऊपर नीचे असली नोट एवं बिच में कागज के दो बण्डल जप्त किए । नोट के ये बंडल 100 एवं 50 रुपए के थे। कार्यवाही के बाद कोतवाली ने पकडे गए आऱोपी के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। आरोपी का उद्देश्य असली पैसा लेकर नकली नोट के नाम पर बण्डल पकड़ा कर भाग जाने का था।
इस कार्यवाही में पुलिस की संयुक्त टीम में कोतवाली थाना से उप निरी सुरेश मिंज, क्राइम ब्रांच प्रभारी भूपेश सिंह, सउनि विनय सिंह, प्र आर रामअवध सिंह , आर राकेश शर्मा , भोजराज पासवान, उपेंद्र सिंह, विकास सिंह, मनीष यादव, दसरथ राजवाड़े, बृजेश राय, अमित विश्वकर्मा, वीरेंदर पैंकरा द्वारा घेराबंदी कर पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई।