आज तक हम यही सुनते आए हैं कि शरीर मिट्टी का बना है पर आज यह बात झूठी साबित हो रही है और अब लोगों को पता लग रहा है वास्तव में हमारा शरीर मिट्टी का नहीं बल्कि हीरे का बना हुआ है और अपने किसी भी मृत परिजन के शरीर को हम हीरे में बदल कर सदैव अपने पास में यादगार के लिए रख सकते हैं।
हम लोग अपने मृत परिजनों के शरीर को या जमीन में दफन कर देते हैं या फिर उनका डाह संस्कार कर देते हैं, पर क्या आप जानते हैं कि उनके शरीर की राख को अब हम हीरे में भी तबदील सकते हैं, जी हां ऐसा हो सकता है हालही में एक ऐसी तकनीक विकसित की जा चुकी है जिससे आप अपने मृत परिजनों के शरीर को हीरे में बदलवा सकते हैं, आइये जानते हैं इस तकनीक के बारे में।
लोगों के मृत शरीर को हीरे में बदलने वाली कंपनी का नाम है “Algordanza”, जिसका अर्थ होता है “यादें” और इस कंपनी को रिनाल्डो विल्ली नामक एक व्यक्ति ने बनाया है। रिनाल्डो विल्ली जब स्कूल में पढ़ते थे, तब उनको शिक्षक ने सब्जियों की राख को हीरे में बदलने के बारे में बताया था। रिनाल्डो विल्ली के मन में आया की जब सब्जियों की राख से हीरा बन सकता है, तब तो मृत लोगों की राख से भी बन सकता होगा। रिनाल्डो विल्ली ने अपने इसी आइडिया पर काम किया और मृत लोगों की राख से सिंथेटिक हीरे को बनाया और अपनी कंपनी बना ली। यह कंपनी एक साल में करीब 850 मृत लोगों की राख को हीरे में बदल देती है। सिंथेटिक हीरे और असली हीरे में बहुत ही कम अंतर पाया जाता है जिसको मोटे तौर पर कोई नहीं पहचान पाता है। खैर जो भी है अब बहुत से लोग अपने परिजन को अपने साथ उनके गुजरने के बाद भी रख सकते हैं।