Success Story, CA Success Story : महाराष्ट्र के डोंबिवली क्षेत्र की एक प्रेरणादायक कहानी इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। यहाँ एक सब्जी विक्रेता के बेटे, योगेश ने चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) की परीक्षा पास कर नई ऊँचाइयों को छू लिया है। महाराष्ट्र के पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट के मंत्री रवींद्र चव्हाण ने इस दिल को छू लेने वाली कहानी को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा किया है, जिसने लोगों के दिलों को छू लिया है।
योगेश की प्रेरणादायक यात्रा:
योगेश की सफलता की कहानी ने सबको चौंका दिया है। वह डोंबिवली के गांधीनगर इलाके में गिरनार मिठाई की दुकान के पास सड़क किनारे सब्जी बेचने वाली थोंबरे मावशी के बेटे हैं। योगेश की कड़ी मेहनत, समर्पण और कठिनाइयों से पार पाने की कहानी प्रेरणा का स्रोत है। जब योगेश ने अपनी मां को चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने की खुशखबरी दी, तो उनकी मां की खुशी और भावनाएं आंसुओं के रूप में सामने आईं।
वीडियो में मां की खुशी:
मंत्री रवींद्र चव्हाण ने एक भावुक वीडियो भी साझा किया जिसमें योगेश अपनी मां को सरप्राइज देते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में दिखाया गया है कि योगेश अपनी मां को रिजल्ट के बारे में बताता है, जिस पर उसकी मां की खुशी का ठिकाना नहीं रहता। थोंबरे मावशी, जो सड़क किनारे सब्जी बेच रही थीं, जैसे ही योगेश के सफलता की खबर सुनती हैं, वह खुशी से उन्मुक्त हो जाती हैं और योगेश को गले लगा लेती हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि मावशी की आंखों में आंसू हैं, जो उनके बेटे की सफलता की खुशी को दर्शाते हैं।
मंत्री रवींद्र चव्हाण का ट्वीट:
मंत्री रवींद्र चव्हाण ने इस विशेष क्षण को ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा, “तुम पर गर्व है योगेश… डोंबिवली पूर्व के गांधीनगर में गिरनार मिठाई की दुकान के पास सब्जियां बेचने वाले थोंबरे मावशी के बेटे योगेश चार्टर्ड अकाउंटेंट (सी.ए.) बन गए हैं। कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से योगेश ने यह शानदार सफलता हासिल की है। उनकी सफलता पर उनकी चाची के खुशी के आंसू लाखों में हैं। इतनी कठिन परीक्षा पास करने वाले योगेश की जितनी तारीफ की जाए कम है। डोंबिवलीकर के तौर पर योगेश की सफलता से खुश हूं। बधाई हो योगेश! अगले कदम के लिए शुभकामनाएं!”
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया:
इस प्रेरणादायक वीडियो और पोस्ट ने सोशल मीडिया पर लोगों को भावुक कर दिया है। एक यूज़र ने टिप्पणी की, “बहुत ही भावुक क्षण। भारतीय परिवारों में बेटे का परिवार के साथ शारीरिक स्पर्श इतना आम नहीं होता कि गले लगाना बड़ी बात है।” एक अन्य यूज़र ने लिखा, “बधाई हो योगेश, आपकी मां ने आपकी सफलता के लिए बहुत त्याग किए होंगे।”
इसके अलावा, एक अन्य यूज़र ने लिखा, “योगेश, बहुत-बहुत बधाई! अपने सभी प्रयासों में कड़ी मेहनत करते रहो और सफलता प्राप्त करते रहो। अपनी मां और परिवार का हमेशा ख्याल रखना।”
आगे का मार्ग:
योगेश की सफलता न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरी समाज के लिए प्रेरणादायक है। उनकी कहानी यह दर्शाती है कि कठिन परिस्थितियों और संघर्षों के बावजूद, सच्ची मेहनत और लगन से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। योगेश की सफलता उन सभी लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
महाराष्ट्र के मंत्री रवींद्र चव्हाण और अन्य लोगों द्वारा साझा की गई इस कहानी ने साबित कर दिया है कि सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए कोई भी बाधा असंभव नहीं होती। योगेश की इस अद्वितीय उपलब्धि पर सभी को गर्व है और उनकी आने वाली यात्रा के लिए शुभकामनाएं।