जांजगीर चांपा। जिले मे इन दिनों अवैध कालोनी निर्माण व प्लाटिंग कर जमीन खरीदी ब्रिकी करने का बाढ आ गया है। शहर मे भू-माफिया खेती भूमि को अवैध तरीके से प्लाटिंग कर किसानो से औने पौने दाम मे एक्रीमेंट कर ब्रिकी कर रहे है। जबकि कालोनी व प्लाटिंग के लिए नगर पालिका व टीएनसी,रेरा से पंजीयन कराना होता है। भू-माफिया बिना किसी पंजीयन के अवैध निर्माण को अंजाम दे रहे है। लेकिन जिले के राजस्व अधिकारी इन भू-माफियाओं पर चेहरा देख कार्यवाही कर रहे हैं। राजस्व अधिकारीयों को भू-माफियाओं से इतना खौप है कि अवैध निर्माण होने की जानकारी के बाउजुद सिर्फ नोटिस दे कर जांच मे खानापूर्ति कर रहे है। जिस तरह मुनुंद गांव में जमीन दलाल जगदीश कश्यप के प्लाट मे जाकर राजस्व की टीम ने कार्यवाही की इससे साफ दिख रहा है। शहर में हो रहे दर्जनो अवैध प्लाटिंग पर राजस्व विभाग नजर नही पड़ी । सिर्फ जिला मुख्यालय से दूूर ग्राम पंचायत एरिया मे ही अवैध प्लांट पर नजर बनी । इससे जिला मुख्यालय मे हो रहे भू -माफिया बेखौप होकर अवैध निर्माण को अंजाम दे रहे हैं। हांलाकि जब खबर राजधानी तक पहुचीं तो जिला कलेक्टर मामले की गंभीरता को देखते हुए अवैध निर्माण के जांच के लिए टीम गठन किया हैं , जिसमे संबंधित नगर पंचायत,नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी,तहसीलदार, ग्राम निवेश के सहायक आयुक्त की टीम बनाई गई है।
भू-माफियाओं का आरोप…
भू-माफियाओं का आरोप है कि राजस्व की टीम ग्राम मुनंुद मे जमीन दलाल जगदीश कश्यप पर कार्यवाही की जो एकतरफा कार्यवाही है। इसके अलावा शहर मे दर्जनों अवैध प्लाटिंग का निर्माण हो रहा है लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कार्यवाही नही की गई है। शहर में दर्जनों अवैध प्लाटिंग का काम बिना रोक टोक के चल रहा है। अकलतरा रोड़ में शारदा चैक के पास अवैध प्लाटिंग कर निर्माण कराया जा रहा वहां अभी तक राजस्व की टीम की नजर नही पड़ी है। उसी तरह शहर चारो ओर अवैध बने कालोनी व प्लाटिंग पर भी कार्यवाही करने की जरूरत है। भू-माफियाओं का यह भी आरोप हैं अधिकारीयों की सभी जमीन दलालों से सांठगाठ है। जिसके कारण किसी प्रकार की कार्यवाही नही होती,जो अधिकारीयोें को पैसा नही देता उसी पर कार्यवाही होती है। रोजाना शाम तहसील कार्यालय में दर्जनो जमीन दलाल अपनी पहुंच का फायदा उठाकर अधिकारीयों से लेनदेन कर अपना अवैध काम को एक नंबर का करवाते है यह खेल रोजाना होता है।