- मुख्य परीक्षा में एक बेंच पर तीन-तीन छात्रों ने दी परीक्षा
- छात्र संघ अध्यक्ष ने विश्वविद्यालय की निंदा, सौंपा ज्ञापन
अम्बिकापुर
सरगुजा विश्वविद्यालय अब शिक्षा का नही बल्कि अव्यवस्थाओ का विश्वविद्यालय बन चुका है। यंहा इस वर्ष आयोजित परीक्षाओ मे जो अव्यवस्था सामने आई है। उसने ना केवल विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल खडा किया है बल्कि उससे छात्रो के भविष्य के साथ भी खिलवाड हो रहा है। दरअसल ताजा मामला आज राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय मे आयोजित विभिन्न परीक्षाओ से जुडा है। जिसमे एक क्लास रुम की एक एक बेंच मे तीन-तीन परीक्षार्थियो ने बैठकर परीक्षा दी है। जानकारी के मुताबिक पीजी कालेज मे आज सात विषय की परीक्षा मे 1384 परीक्षार्थियो ने परीक्षा दी है। जिसके लिए 18 क्लास रुम का प्रयोग किया और इनमे प्रत्येक बेंच मे तीन पराक्षार्थियो ने बैठकर परीक्षा दी।
सरगुजा विश्वविद्यालय द्वारा 1 अप्रैल को स्थानीय पीजी कॉलेज अम्बिकापुर में एमए, संस्कृत, एमए प्रथम वर्ष समाज शास्त्र, एमए प्रथम इतिहास, एम कॉम प्रथम, फाईनल सभी विभागों के छात्र-छात्राओं की परीक्षा आयोजित की गई थी। और सभी विभागो की परीक्षा एक साथ दोपहर 3 बजे से 6 बजे तक आयोजित कराई गई। जिसमे इस गंभीर अव्यवस्था ने जन्म लिया। इधर परीक्षा के दौरान इस अव्यवस्था से छात्रो को हुई परेशानी को देखते हुए छात्र संघ अध्यक्ष सतीश बारी ने विश्वविद्यालय की निंदा करते हुये परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठाये हैं और पीजी कॉलेज प्राचार्य को इस संदर्भ में ज्ञापन सौंपा है।
छात्र संघ अध्यक्ष का ज्ञापन
छात्र संघ अध्यक्ष सतीश बारी ने ज्ञापन में बताया है कि पीजी कॉलेज में परीक्षा के दौरान एक बैंच में 3-3 लोगों को बैठाकर परीक्षा ली गई। परीक्षा जैसे गोपनीय प्रकिया को विश्वविद्यालय प्रबंधन ने तमाश बनाकर रख दिया है। विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में आए दिन खामिया सामने आ रही है। कभी गलत प्रश्न पत्र दे दिये जाते है तो कभी एक बैंच में तीन लोगों को बैठाया जाता है, जिससे छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मैं छात्र संघ तथा सभी छात्र-छात्राओं के साथ विश्वविद्यालय के प्रति कड़ी शब्दों से निंदा करता हॅू। विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों का भविष्य को अंधकार की ओर ले जाया जा रहा है। सरगुजा अंचल में पढने वाले छात्र-छात्राए सरगुजा विश्वविद्यालय के द्वारा आयोजित परीक्षा में भाग लेने सर्वप्रथम फार्म भराया गया था उसमें भी कई कमियां सामने आई थी। अब मुख्य परीक्षा में भी छात्रों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है जो चिंता का विषय है। आने वाले दिनों में छात्र संघ तथा समस्त छात्र विश्वविद्यालय में तालाबंदी करके आंदोलन करने में बाधित होंगे।