RIC Gwalior, Invest MP, Regional Industry Conclave : प्रदेश के संभागीय मुख्यालयों पर शुरू हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का सफर अब ग्वालियर तक पहुंच गया है। आज ग्वालियर में आयोजित इस महत्वपूर्ण कॉन्क्लेव का उद्देश्य ग्वालियर-चंबल अंचल के औद्योगिक विकास को गति देना है।
ग्वालियर की ऐतिहासिक नगरी में स्थित राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित इस कॉन्क्लेव की सभी तैयारियाँ पूरी हो चुकी हैं, और सिटी ऑफ म्यूजिक ग्वालियर अपने स्वागत के लिए सज-धजकर तैयार हो रही है।
निवेश के लिए खोलेंगे पूंजी
कॉन्क्लेव का सबसे अहम पहलू वन-टू-वन मीटिंग होगा, जिसमें बड़े उद्योगपति और निवेशक ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं को तलाशेंगे और अपनी पूंजी निवेश के लिए खोलेंगे। ग्वालियर-चंबल में पूर्व से स्थापित औद्योगिक इकाइयों जैसे जमना ऑटो इंडस्ट्रीज, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट, सुप्रीम एंड माण्डलेज, संघवी फूड व मोंटेज इंटरप्राइजेज द्वारा अपनी इकाइयों का विस्तार कर लगभग 2,260 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश किया जाएगा, जिससे करीब 4,500 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
4,500 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा
इस कॉन्क्लेव में अदाणी पोर्ट्स एवं एसईजेड लिमिटेड के प्रबंध संचालक करन अदाणी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एजीआई ग्रीन पैक, एक्सेंचर इंडस्ट्रीज, प्राइम गोल्ड, ओएफवी टेक, बीआर ग्रुप, मार्बल विनायल्स, और मॉर्डन टेक्नो जैसी जानी-मानी कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी भी अपने निवेश प्रस्ताव लेकर आ रहे हैं।
इसमें शामिल होंगे विभिन्न देशों के प्रतिनिधि
इसके अलावा, ग्वालियर कॉन्क्लेव में जाम्बिया, टोंगो, कोस्टारिका, मैक्सिको, नीदरलैंड और कनाडा के ट्रेड कमिश्नर और औद्योगिक प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। इनमें जाम्बिया के सचिव आर्थिक व व्यापार आयरीन एकॉम्बेलवा अपूलेनी, टोंगो के मिशन अटैची मिस्टर मजा़ वियायो मेंडेली, कोस्टारिका की मुख्य डिप्लोमेटिक एग्रीमेंट सोफिया सालस मोंगे, मैक्सिको के रिकार्डो डेनियल डेलगार्डो मुनोज, नीदरलैंड की ट्रेड कमिश्नर मिस प्रिया, और कनाडा के मिस्टर रवि तिवारी शामिल हैं।
वरिष्ठ अधिकारी देंगे प्रेजेंटेशन
कॉन्क्लेव के दौरान ग्वालियर-चंबल अंचल और मध्यप्रदेश की औद्योगिक संभावनाओं पर राज्य शासन के प्रमुख सचिव स्तर के वरिष्ठ अधिकारी प्रेजेंटेशन देंगे। प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन “मध्यप्रदेश में निवेश के अवसर”, सचिव एमएसएमई “मध्यप्रदेश में एमएसएमई एवं स्टार्ट-अप क्षेत्र में अवसर”, और प्रमुख सचिव खनिज साधन “मध्यप्रदेश में खनिज साधन के क्षेत्र में अवसर” जैसे विषयों पर प्रेजेंटेशन देंगे। इसके अलावा, प्रदर्शनी सेक्टर में औद्योगिक उत्पादों पर केंद्रित स्टॉल लगाए जाएंगे, और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उद्योगपतियों से वन-टू-वन बैठक करेंगे।
कॉन्क्लेव में ग्वालियर पीसीबी क्लस्टर, स्टार्ट-अप सेक्टरों में अवसर, और फुट वियर सेक्टर के अवसरों पर राउंड टेबल चर्चा होगी। इसके साथ ही, एमएसएमई और निर्यात में अवसर, एक जिला एक उत्पाद सेक्टर, और पर्यटन में अवसर पर भी सत्र होंगे। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, और राज्य सरकार के अन्य मंत्री इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
दिल्ली व्यापर मेला और इसकी विशेषताएं
इससे पहले दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 नवंबर से 27 नवंबर तक देश का सबसे बड़े व्यापार मेले का आयोजन किया गया था, जिसमें 12 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे, और 3500 से अधिक वितरकों ने हिस्सा लिया था।
व्यापार मेले की विशेषताएं
व्यापारिक गतिविधियां: दिल्ली व्यापार मेले में विभिन्न उद्योगों और व्यवसायिक संगठनों के लिए विशेष बूथ स्थापित किए गए थे। ये बूथ व्यापारिक उत्पादों और सेवाओं की विस्तृत प्रदर्शनी प्रस्तुत कर रहे थे। विभिन्न सेक्टरों से जुड़े व्यापारियों और उपभोक्ताओं के बीच सीधा संपर्क स्थापित करने का अवसर मिल रहा था, जिससे व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे और नए व्यापारिक समझौते हुए।
व्यापारिक संवाद: मेले में व्यापारिक संवाद के लिए विशेष सत्र भी आयोजित किए गए। इन सत्रों में विशेषज्ञ और उद्योग के वरिष्ठ प्रतिनिधि विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। ये संवाद उद्योग की वर्तमान स्थिति, चुनौतियां और भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डाला गया था, जो तब व्यापारियों को नई जानकारी और रणनीतियों से अवगत कररहे थे।
नई प्रौद्योगिकियां: मेले में नवीनतम प्रौद्योगिकियों और उद्योग क्षेत्र के नवाचारों की प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया था। इससे व्यवसायों को आधुनिक तकनीकों से परिचित होने का अवसर मिला, जो उनके व्यापारिक दृष्टिकोण और संचालन में सुधार ला सकता था ताकि नए उत्पादों और सेवाओं की जानकारी प्राप्त कर व्यवसायिक निर्णयों को बेहतर बनाया जा सकेगा।