जांजगीर-चांपा। जिले में दुष्कर्म के आरोपी महीनों से फरार हैं, जगह बदल बदल कर घूम रहे हैं, लेकिन पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पा रही हैं। वही जिले के पुलिस कप्तान वीरता पुरस्कार से नवाजे जा रहे हैं। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस जिले के पुलिस कप्तान को वीरता पुरस्कार से नवाजा जा रहा है उस जिले में बलात्कार के आरोपी पुलिस से आंख मिचौली खेल रहा है। वही जगह बदल बदल कर खुलेआम घूम रहा हैं लेकिन पुलिस उन तक नहीं पहुंच पा रही है। पुलिस उन तक क्यों नहीं पहुंच पा रही है? पुलिस उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं कर रही है? इस प्रश्न का जवाब पुलिस के पास भी नहीं है। हालांकि पुलिस की ओर से बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं लेकिन इस दावे में सिर्फ हवा ही दिख रही है। जहां बलात्कारी राजनीति संरक्षण के चलते पुलिस की पकड़ से दूर हैं तो वहीं पीड़िता न्याय की गुहार लगा कर दर-दर भटक रही है। पीड़िता एवं उनके परिवार को धमकी दी जा रही है जान से मारने के अलावा केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है लेकिन अभी तक पुलिस सिर्फ जांच की बात कह रही है।
पहला मामला अकलतरा थाना क्षेत्र से है, जहां एक कांग्रेस पार्टी के छात्र नेता अंकित सिसोदिया जो कि दुष्कर्म के आरोपी हैं, कई महीनों से फरार है। पुलिस उनके पीछे लगी हुई है ऐसा पुलिस का कहना है, लेकिन अभी तक अंकित पुलिस के पकड़ में नहीं आया है। वही दूसरा मामला हाल ही का है जहां भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रतिपक्ष के पुत्र पलाश चंदेल के ऊपर दुष्कर्म का आरोप है। इसके अलावा दर्जनों दुष्कर्म के आरोपी अभी भी पकड़ से बाहर है लेकिन पुलिस कप्तान पुरस्कार पाकर अपनी पीठ थपथपा रही है। पुलिस के दावे बड़े बड़े हैं, वही जल्द आरोपी तक पहुंचने के वादे भी कर रहे हैं लेकिन अभी तक पुलिस को सफलता नहीं मिली है। कई महीनों से अंकित सिसोदिया की पीछे पुलिस पड़ी है, लेकिन पुलिस की पकड़ में अंकित नहीं आ रहा है।
वही पलाश चंदेल की भी खोजबीन पुलिस कर रही है, लेकिन वह भी अंडर ग्राउंड हो गया है। वहीं जिले के पुलिस कप्तान 2021 एवं 22 के अपराधिक प्रकरणों के आंकड़े पेश करके खूब वाहवाही लूटी गई, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और दिख रहा है। जहां एक और अपराधिक प्रकरण में पुलिस कमी बता रही है। वही 2021 की अपेक्षा 2022 में दुष्कर्म के प्रकरण डबल हो गए हैं। 2021 में दुष्कर्म के रिपोर्ट 80 दर्ज हुआ था। जिसमें 77 में प्रकरण बनाकर पुलिस 83 लोगों को गिरफ्तार की थी। वहीं 2022 में 111 रिपोर्ट दर्ज हुए हैं। जिसमें 107 प्रकरण बनाकर पुलिस 120 लोगों को गिरफ्तार की है। पुलिस चोरी, जुआ में बस कुछ रोक लगा पाई है लेकिन महिला संबंधित अपराध में पिछले वर्षों के अपेक्षा इस वर्ष बढ़ोतरी दिख रही है।