फटाफट डेस्क_अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए जो रकम जमा की जा रही थी उसमें से 6 लाख रुपए निकाल लिए गए हैं।और ट्रस्ट वालों को इस बात की कोई जानकारी नहीं मिली । बताया जा रहा है कि ये सारी धोखा धड़ी क्लोन चेक के द्वारा की गई है।दो बार ऐसा हुआ और ट्रस्ट वालों को कुछ पता ही नहीं चला फिर तीसरी बार बड़ी रकम निकालने की कोशिश हुई, लेकिन इस बार चोरों की पोल खुल गई । पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच पड़ताल चल रही है।
रिपोर्ट के मुतबिक़ इस पूरी घटना कि सुरुआत 1 सितंबर 2020 से शुरू हुई, इस दिन जालसाजों ने लखनउ के बैंक में एक चेक लगवाया, चेक ढाई लाख रुपए का था, यह चेक श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की खाते का क्लोन चेक था , रकम इतनी बड़ी नहीं थी इस लिए इसे पास कर दिया गया। दो दिन बाद इसी बैंक में एक और क्लोन चेक लगाया गया जिसकी रकम साढ़े तीन लाख रुपए थी, ये चेक भी ट्रस्ट के खाते का क्लोन चेक था , और ये भी पास हो गया। इस तरह 6 लाख रुपए 5 से 6 दिन के अंदर ट्रस्ट के खाते से निकाल लिए गए ।अब जालसाज को लगा कि 2 चेक पास हो गए अब तीसरा चेक भी लगाना चाहिए तब ट्रस्ट का एक और चेक लेकर लखनाऊ के बैंक ऑफ बड़ौदा पहुंचा और पेमेंट के लिए बैंक में लगाया जिसकी रकम थी 9 लाख 86 हजार रुपए । अमाउंट बड़ा था इसलिए बैंक ने ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से कनफर्म किया तब उन्होंने बताया कि ऐसा कोई चेक जारी करने के लिए नहीं कहा गया है, फिर बैंक ने तुरंत पेमेंट रोकते हुए जांच सुरु की। और चंपत रात ने F I R लिखवाया। उसके बाद अयोध्या कोतवाली में धोखा धड़ी का केश दायर किया गया, पुलिस द्वारा मामले कि जांच की जा रही हैं।