फटाफट डेस्क- सांसद पी.एल. पुनिया द्वारा राज्यसभा में विशेष उल्लेख नियम के तहत गया मुद्दा उठाया गया । पी एल पूनिया ने बैठक के दूसरे दिन मजदूरों के लिए रोजगार को बढ़ाने, की मांग की उन्होंने कहा –
महोदय,
तालाबंदी के दौरान करोड़ों मजदूर अपने गाँव लौट गए और उन्हें रोजगार देने के लिए महात्मा गांधी रोजगार योजना ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आज करोडों मजदूरों को उनके गांव में ही मजदूरी मिल रही है। जब कोरोना का खतरा खत्म हो जाएगा तो ये करोडों मजदूर वापस काम की तलाश में शहरों की ओर लौट जाऐंगे।
महोदय, आज की स्थिति में कोरोना निरन्तर बढ रहा है, यह स्थिति कब तक चलेगी कोई अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। इसलिए आवश्यक है कि गांवों में मनरेगा के माध्यम से और अधिक रोजगार की व्यवस्था की जाए।
महोदय, हर राज्य में मनरेगा के मजदूरों के 100 दिन लगभग पूरे हो गए हैं। अब इन मजदूरों को काम नहीं दिया जा सकता है और वे फिर बेरोजगार है। ऐसी स्थिति में सरकार को तुरंत कोई रास्ता निकालना चाहिए। इसके लिए मरनेगा में कुछ बदलाव की आवश्यकता है।
अतः मेरा अनुरोध है कि दैनिक मजदूरी बढाकर न्यूनतम 300 रूपए किए जाए, परिवार में एक व्यक्ति की जगह 2 व्यक्तियों को रोजगार दिया जाए और रोजगार के दिन 100 से बढाकर 200 दिन किए जाए।