रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में करीब तीन-चार दिनों बाद मंगलवार को धूप निकली। लगातार हो रही वर्षा से जनजीवन पूरी तरह से ठप पड़ चुका था। अब वर्षा के थमने के बाद संभावना यही है कि जनजीवन फिर से पहले की तरह सामान्य होगा। इधर, नदी-नालों का जलस्तर अब भी बढ़ रहा है। वनों में हुई वर्षा अब नदियों-बांधों के साथ शहरों में आ रहा है। अभी जो स्थिति है, उसे देखते हुए माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिन अभी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि शुक्रवार तक बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दाब का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके प्रभाव से बुधवार को प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा होगी। साथ ही गुरुवार से प्रदेश में लगातार वर्षा शुरू होने के आसार हैं।
20 प्रतिशत अधिक हुई वर्षा
प्रदेश में वर्षा की स्थिति काफी अच्छी हो गई है। एक जून से लेकर 16 अगस्त तक यानि 77 दिनों में प्रदेश में 927.1 मिमी वर्षा हुई है, जो सामान्य की तुलना में 20 प्रतिशत ज्यादा है। जो जिले पिछड़े थे, वहां की स्थिति भी बेहतर हो गई है। प्रदेश के दो जिलों में अति, 15 में ज्यादा, पांच में सामान्य और पांच में कम वर्षा हुई है। बीजापुर में सर्वाधिक 2037.1 मिमी तथा सरगुजा में सबसे कम 385.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
रायपुर में सामान्य से चार प्रतिशत कम
एक जून से लेकर 16 अगस्त तक रायपुर जिले में 676 मिमी वर्षा हुई है, जो सामान्य की तुलना में चार प्रतिशत कम है। रायपुर जिले में अब तक सामान्य वर्षा 705.1 मिमी होनी चाहिए थी।
इन क्षेत्रों में हुई वर्षा
कटघोरा में सात सेमी, कोरबा-करतला-उपरोरा में छह सेमी, अंतागढ़-खरसिया-लालपुर में पांच सेमी, दुर्गकोंदल-बालोद में चार सेमी वर्षा हुई है। प्रदेश के विभिन्ना क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई है।