जांजगीर-चांपा..शहर के बी ड़ी महंत उद्यान में लाखो रुपये पानी में बहा दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत के पिताजी के नाम बने इस उद्यान 52 लाख खर्च कर उन्नयन किया गया जिसमें पानी के फुहारे, झूला एवं बच्चों को खेलने के लिए नाव लगाया गया हैं। जो उद्घाटन के दूसरे दिन टूटकर खराब हो गये।
इस तरह जनता के पैसे को किस तरह पानी की तरह बहाया जा रहा है यहां दिखाई दे रहा है। वही जांजगीर नैला नगर पालिका के जनप्रतिनिधि जनता के पैसे को पानी में बहाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बीडी महंत उद्यान में आनन-फानन में निम्न स्तर के झूला, नाव, कुर्सी को खरीदी कर लगाया गया। उद्घाटन के दूसरे दिन जब शहरवासियों ने उद्यान जाकर देखा तो वहां के झूला कुर्सी एवं बच्चों को खेलने वाले नाव टूटे पड़े दिखे जिसको लेकर शहरवासियों ने अपना गुस्सा जाहिर की हैं। वहीं, नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों को कोसते रहे।
घटिया सामग्री लगाकर जनता के पैसे को लूटने का काम किया है। जनता जानना चाहती है कि आखिर इस उद्यान में लाखों खर्च कर उन्नयन दिखाया जा रहा। क्या सही मायने में इतना खर्च हुआ। उन्नयन में जिस तरह लाखों का भ्रष्टाचार दिख रहा है उसे जा साफ जाहिर होता है कि नगर पालिका के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि अपनी जेब भरने के लिए इस तरह का घटिया काम किए हैं।
शताब्दी वर्ष में बहाने नगरपालिका ने खर्च कर डाले लाखो रुपये…
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या आयोजन समिति के पास कार्यक्रम के लिए कोई फंड रहता है या नगरपालिका के खर्चे से यह आयोजन किया जाता है ? जनता उन जनप्रतिनिधियों से पूछना चाहती है कि शहर में और भी अन्य उद्यान को उन्नयन क्यो नही किया जा रहा है। बीड़ी महंत उद्यान के अलावा शहर में पटेल ,वसुन्धरा उद्यान भी है लेकिन वहाँ की स्थिति बत से बत्तर है। जहाँ नगर पालिका का ध्यान नही है।