वैसे तो दुनियां में काफी मंदिर हैं और उनमें लोग फूल या फल आदि भगवान को चढ़ाते हैं पर आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं जहां पर लोग फल-फूल नहीं बल्कि हथकड़ियां चढ़ाते हैं, असल में ये वो लोग होते हैं जो की अफीम तस्करी या अन्य किसी प्रकार के अपराध में जेल में सजा काट रहें होते हैं। इनकी मान्यता यह है कि इस मंदिर में हथकड़ी चढ़ाने से वे जेल से छूट जाते हैं। आइये जानते हैं इस मंदिर के बारे में।
यह मंदिर मध्यप्रदेश के जिला नीमच के मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर पर जालीनेर गांव में बना हुआ है, यह मंदिर “खाखर देवता” का मंदिर है और इसकी प्रसिद्धी का कारण यही है कि इस मंदिर में आम लोगों के साथ-साथ अपराधी लोग भी यहां पूजा करने के लिए आते हैं। असल में यहां पूजा करने वाले अपराधियों का मानना है कि यदि वे इस मंदिर में आकर प्रार्थना करते हैं तो उनकी जेल से मुक्ति और जमानत आसानी से मिल जाती हैं। ऐसा करने से वे अपनी परेशानियों से मुक्त हो जाते हैं। यदि किसी अपराधी की मन्नत पूरी हो जाती है वह तो वह इस मंदिर में आकर रात के अँधेरे में हथकड़ी चढ़ता है और फिर यहां से भाग निकलता है। इस मंदिर में हथकड़ी चढ़ाने वाले अधिकतर अपराधी लोग अफीम तस्कर होते हैं, इस मंदिर के पुजारी लोग भी किसी अपराधी का नाम बताने से डरते हैं वे कहते हैं कि अपराधी लोग रात को आकर यहां हथकड़ी चढ़ा जाते हैं और चुपचाप चले जाते हैं।