धमतरी. मंगलवार शाम धमतरी कलेक्टर नम्रता गांधी ने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल में फैली बदबू और गंदगी देख कर कलेक्टर ने सिविल सर्जन और डॉक्टरों को जमकर फटकार लगाई। कलेक्टर ने पाया कि मरीजों को दिया जाने वाला खाना बेहद खराब क्वालिटी का है। निरीक्षण के समय अस्पताल के कई कर्मचारी नदारद भी मिले। अब लापरवाह सिविल सर्जन समेत 18 लोगों को नोटिस जारी किया गया है।
सिविल सर्जन समेत 18 लोगों को कारण बताओ नोटिस
कलेक्टर के इस औचक निरीक्षण के बाद खलबली मच गई है। धमतरी में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है। अस्पताल में डॉक्टरों के नदारद होने पर कलेक्टर ने जिला अस्पताल के सिविल सर्जन समेत 18 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। एक दिन पहले कलेक्टर नम्रता गांधी धमतरी जिला अस्पताल की हालत देख जमकर भड़की थी। सिविल सर्जन एसके टोन्डर को भी नोटिस जारी हुआ है, क्योंकि जिला अस्पताल की देखरेख की जिम्मेदारी इन्हीं के हाथों में रहती है।
इन डॉक्टरों को थमाया है नोटिस
कलेक्टर ने 8 डॉक्टरों को अनुपस्थित रहने की वजह से कारण बताओ नोटिस और एक दिन का वेतन काटने के आदेश जारी किया है। जिनमे डॉ. पीतांबर प्रधान (रेडियोलॉजिस्ट), डॉ. लोकेश साहू (पैथोलॉजिस्ट), डॉ. जेएस खालसा (नेत्र रोग विशेषज्ञ), डॉ. विभोर नंदा (सर्जरी विशेषज्ञ), डॉ. उत्कर्ष नंदा (चिकित्सा अधिकारी), डॉ. मेहताब अहमद (चिकित्सा अधिकारी), डॉ. समीक्षा चरयाणी (चिकित्सा अधिकारी), डॉ. निधि ध्रुव (चिकित्सा अधिकारी) शामिल हैं।
अन्य 8 डॉक्टरों को लेट पहुंचने पर दिया नोटिस
इसके साथ ही अन्य 8 डॉक्टरों द्वारा लेट अस्पताल पहुंचने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इनमें डॉ. रश्मि साहू, डॉ. राकेश सोनी, डॉ. आशीष खालसा, डॉ. राकेश साहू, डॉ. हर्षा जीचकर, डॉ. तेजस साहू, डॉ. रविकिरण शिंदे, डॉ. पूजा चन्द्राकर शामिल हैं।
भोजन शाखा के प्रभारी को हटाने की तैयारी
इसके साथ ही भोजन शाखा के प्रभारी को भी हटाने की तैयारी है। धमतरी जिला अस्पताल के भोजन ठेकेदार को भी नोटिस जारी हुई है। घटिया क्वालिटी के भोजन परोसने को लेकर नोटिस जारी किया गया है। मरीजों को एक्पायरी लड्डू दिए जाने के लिए कलेक्टर ने एक्शन लिया है। सभी को एक दिन के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है।
धमतरी जिला अस्पताल में सामान्य स्थिति में 200 से 300 की ओपीडी रहती है। धमतरी के अलावा पड़ोसी जिलों से भी लोग इलाज करवाने आते हैं। ऐसे में जिला अस्पताल में फैली अव्यवस्था बड़ी लापरवाही है, जिसे देख नाराज कलेक्टर ने 18 लोगों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।