जांजगीर चांपा। जांजगीर नैला नगरी निकाय चुनाव में भाजपा के 13 पार्षद जीत कर आने के बाद पार्टी के कार्यकर्ता खुशी बना रहे थे। वही कांग्रेस अपेक्षा के अनुरूप परिणाम नही आने से थोड़ा मायुस था। कांग्रेस के पास 9 सीट है। तीन पार्षद निर्दलीय से चून कर आये। सब कुछ दिनो तक ठीक- ठाक चल रहा था। राज्य में कांग्रेस की सरकार होने के कारण भाजपा को थोडा डर था कि कही कांग्रेस, पार्षदो का खरीद फरोस कर अपने पाले में न ले जाये, समय रहते भाजपा जरूर एक चलाकी की, वार्ड नंबर 25 के निर्दलीय पार्षद को अपने पाले मे लाने में कामयाब हो गया. अब भाजपा के पास 14 पार्षद हो गये।
लेकिन एक हप्ते गुजर जाने के बाद शहर मे एक हवा चलने लगी… कि नगर पालिका जांजगीर नैला मे कांग्रेस मेें अपने सरकार के बदौलत नगर पालिका मे अध्यक्ष बनने की रणनीति तैयार हो रही है। यह खबर शहर के भाजपा के वरिष्ठ नेताओ तक भी पहंुच गई, फिर क्या भाजपा नेताओं के कान खड़े हो गये… अपने सभी निवार्चित पार्षदों को वे अज्ञातवास पर भेज दिये.. कोई बता रहा कि नया वर्ष मनाने बाहर गये है, तो कोई बता रहा है कि कांग्रेस पार्टी के द्वारा खरीद फरोस होने की खबर से अपने नवनिवार्चित पार्षदो को अर्लट कर दिया गया है।
जब इस मामले में ई भाजपा के वार्ड पार्षदो को संपर्क किया गया तो किसी ने फोन रिसीव नही किया तो, कई पार्षदो का मोबाइल नंबर बंद मिला… इस बात से अनुमान लगाया जा सकता है कि भाजपा के पास पूर्ण बहुमत होने के बाउजुद अपने पार्षदो पर भरोसा नही है। वही नगर पालिका मे 9 पार्षदों के बाद कांग्रेस अपनी पार्टी के अध्यक्ष बनने की बात कह रही है। अब देखना होगा कि कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष बनाने कैसे बहुमत साबित करेगी, पर कांग्रेस पार्टी के नेताओ का विश्वास चरम पर है और कह रहे कि नगर पालिका जांजगीर नैला मे उनकी ही पार्टी का अध्यक्ष बन रहा है। वही इस खबर को भाजपा मात्र अफवाह बता रही है।