मिशन 2023: अकलतरा विधानसभा में बीजेपी, कांग्रेस, आप के बीच त्रिकोणी मुकाबला…लोगो को आप पर उम्मीद…तो भतीजा चाचा पर पड़ रहा भारी…विनोद और ऋचा से बीजेपी, कांग्रेस दोनो को नुकसान…

@संजय यादव

जांजगीर चांपा। अकलतरा विधानसभा इस बार बीजेपी,कांग्रेस,आप पार्टी के बीच त्रिकोणी मुकाबला देखने को मिलेगा. हालांकि लोग इसे पंचकोणी मुकाबला मान रहे है ,लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस, बीजेपी और आप पार्टी के बीच सीधा मुकाबला होते दिख रहा है. बीएसपी एवं जनता कांग्रेस सिर्फ वोट काटने का काम करेंगी। लोगों की उम्मीद इस बार आप पार्टी पर ज्यादा दिख रहा है।

इसका कारण चाचा भतीजे के बीच हो रहे मुकाबले में लोग परिवारवाद को पसंद नही कर रहे हैं. इससे भाजपा एवं कांग्रेस दोनों को नुकसान होते दिख रहा है. हालांकि इस बार ब्राह्मण समाज से बीएसपी से विनोद शर्मा मैदान पर उतरे हैं तो ज्यादातर बीजेपी के ही वोटर को नुकसान पहुंचाते दिख रहे हैं. बीएसपी प्रत्याशी विनोद शर्मा को अपने कैडर वोट एवं सामाजिक वोटरों से विश्वास है.लेकिन इस बार बीएसपी का वोट डाइवर्ट होकर आप पार्टी के प्रत्याशी इंजीनियर आनंद मिरी को जाते दिख रहा है. जिससे भाजपा एवं कांग्रेस को आप पार्टी कांटे की टक्कर दे रहा है. महीनो पहले से आप पार्टी के प्रत्याशी इंजीनियर आनंद मिरी अपने विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में लग गए थे जिसका परिणाम इस बार उन्हें दिखाई दे रहा है.

आप पार्टी के कार्यकर्त्ता शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में बूथ लेकर ब्लाक स्तर तक चुनाव के हर एक्टिविटी में लगे हुए हैं. वही कांग्रेस बीजेपी के तर्ज पर आप पार्टी भी चुनाव लड़ रही है. हर एक बूथ ,सेक्टर प्रभारी के भरोसे इस बार चुनाव संचालन आप पार्टी कर रही. इससे लोगों की उम्मीद भी अकलतरा क्षेत्र में जगी है. हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी राघवेंद्र सिंह अपने चाचा सौरभ सिंह जो कि बीजेपी के प्रत्याशी हैं एवं मौजूदा विधायक हैं उन पर भारी पड़ रहे हैं. वही इस बार विधायक सौरभ सिंह का भी शहरी क्षेत्रों में विरोध देखने को मिल रहा है . हालाकि भाजपा प्रत्याशी सौरभ सिंह को अपने बीजेपी मतदाता पर ज्यादा विश्वास है.

दूसरी ओर 2018 में दूसरे पोजीशन में रही ऋचा जोगी जोगी कांग्रेस से मैदान पर है लेकिन पिछले 2018 विधानसभा चुनाव की अपेक्षा इस बार ऋचा जोगी का असर कुछ खास होते नहीं दिख रहा है.5 साल तक क्षेत्र से नदारत रहे फिर चुनाव आने के बाद उन्हें अकलतरा से प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरा है.जिसको जनता बखूबी समझती है।

हालांकि पिछले बार पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के चलते एवं बहुजन समाज पार्टी की गठबंधन के कारण उनको अच्छा खासा वोट प्राप्त हुआ था,लेकिन इस बार ऐसा होते नहीं दिख रहा है. अब जांजगीर-चांपा जिले से सबसे रोचक मुकाबला अकलतरा विधानसभा का दिखाई दे रहा है जिसमें खड़े मुकाबला होने के उम्मीद है।