मिशन 2023: इस विधानसभा में जनता का मूड और क्षेत्र का विकास ही कुर्सी तक पहुंचने का रास्ता खोलता है…जहां से राजपरिवार को हराकर गाय चराने वाला चरवाहा पहुँचा विधानसभा तक…

@संजय यादव

जांजगीर चाम्पा। अविभाजित जांजगीर चांपा जिले से अलग हो कर सक्ति जिले में शामिल छत्तीसगढ़ की चंद्रपुर विधानसभा सीट अनारक्षित सीटों में से एक है. चंद्रपुर विधानसभा सक्ती जिले के अंतिम छोर पर स्थित है. यहां से वर्तमान में कांग्रेस के राम कुमार यादव विधायक है. चंद्रपुर विधानसभा सीट पर लंबे समय तक राज परिवार के सदस्य विधायक रहे हैं. यहां जनता का मूड और क्षेत्र का विकास ही कुर्सी तक पहुंचने का रास्ता खोलता है. रामकुमार यादव भी इसी के सहारे विधानसभा तक पहुंचे हैं.क्षेत्र के किसानों की समस्याओं को दूर करने एवं किसान के हक के लिए हमेशा जूझते आए हैं जिसका फायदा उनको चुनाव में भी मिला है. हर गरीब किसान मजदूर के हित के लिए रामकुमार यादव हमेशा आगे रहे हैं जिसका फल भी उन्हें 2018 के विधानसभा चुनाव में मिला है. रामकुमार यादव की जनता के बीच पकड़ एवं किसान, गरीब के हक दिलाने के लिए लड़ने की खबर जब राहुल गांधी तक पहुंची तो रामकुमार यादव को सीधा फोन कर दिल्ली बुलाया और दिल्ली में रामकुमार यादव का टिकट 2018 में फाइनल हुआ जिसके बाद में बीजेपी के विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव की पत्नी सयोगिता को हराकर चुनाव जीते. हालांकि 2018 विधानसभा चुनाव में रामकुमार के प्रतिद्वंद्वी जोगी कांग्रेस के प्रत्याशी गीतांजलि पटेल थी. 2018 का चुनाव बहुत ही टफ था वही गणना के समय लास्ट राउंड में ही नतीजा सामने आया था।

चंद्रपुर विधानसभा सीट के मुद्दे और समस्याएं…

चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र में खस्ताहाल सड़कों को लेकर हमेशा हंगामे की स्थिति बनी रहती है. जो बड़ा चुनावी मुद्दा बनेगा. चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र में महानदी पर बने बैराज के लिए किसानों की अधिग्रहित जमीन का मुआवजा भी कई सालों से नहीं मिला है. चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र में दो पावर प्लांट भी स्थापित हैं. लेकिन यहां से निकलने वाले राख ने पूरे क्षेत्र को प्रदूषित कर दिया है. खेतों, नदी, नालों में जगह जगह राख बिखरा हुआ रहता है. स्कूलों में शिक्षकों की कमी, स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव, बेरोजगारी यहां की बड़ी समस्या है.

2018 चुनाव में चंद्रपुर विधानसभा के नतीजे…

2018 विधानसभा चुनाव में भाजपा से युद्धवीर सिंह जूदेव की पत्नी संयोगिता सिंह जूदेव को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया. उनके खिलाफ राम कुमार यादव कांग्रेस की टिकिट पर मैदान में उतरे थे. बसपा से गीतांजलि पटेल और एनसीपी से नोवेल वर्मा की पत्नी सुमन वर्मा मैदान में थीं. 2018 विधानसभा चुनाव में भाजपा विरोधी लहर ने कांग्रेस के राम कुमार यादव को जीत दिलाई. 4 हजार से अधिक मतों से राम कुमार यादव ने बसपा के गीतांजलि पटेल को हरा दिया. कांग्रेस को कुल 51717 वोट मिले. वहीं दूसरे नंबर पर रहे बसपा को 47,299 वोट, भाजपा को 39,638 वोट और एनसीपी को 14,429 वोट मिला.