सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में बड़ी गिरफ्तारी, नेपाल बॉर्डर से पकड़ा गया शूटर दीपक मुंडी


सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे शूटर दीपक मुंडी को गिरफ्तार कर लिया है। दीपक मुंडी के साथ उसके दो साथी कपिल पंडित और राजेंद्र उर्फ जोकर को भी पश्चिम बंगाल से सटे नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के ज्वाइंट ऑपरेशन में सिलीगुड़ी के पास से इन तीनों की गिरफ्तारी हुई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मुंडी को नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया है और कल उसे मानसा लाया जा सकता है।

इस हाईप्रोफाइल हत्याकांड में शामिल 3 शार्पशूटर प्रियवर्त फौजी, अंकित सेरसा और कशिश उर्फ कुलदीप को दिल्ली पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और दो शूटर एनकाउंटर में ढेर हो चुके हैं। वहीं सितंबर की शुरुआत में इस हत्याकांड में एक संदिग्ध को अजरबैजान में और एक अन्य को केन्या में हिरासत में लिया गया था।

बता दें कि पंजाब के मानसा जिले में 29 मई, 2022 को सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 25 अगस्त को ही पुलिस ने मूसेवाला हत्याकांड में 1850 पन्नों का आरोपपत्र दायर किया था। इस आरोपपत्र में कुल 36 आरोपियों में से 24 के नाम दिए गए हैं।

25 अगस्त को ही पुलिस ने मूसेवाला हत्याकांड में 1850 पन्नों का आरोपपत्र दायर किया था। इस आरोपपत्र में कुल 36 आरोपियों में से 24 के नाम दिए गए हैं। इस आरोपपत्र के अनुसार कनाडा में रहने वाला कुख्यात अपराधी गोल्डी बरार मूसेवाला की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता था और उसने इस घटना को अंजाम देने के लिए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया तथा कुछ अन्य लोगों की मदद ली थी।

आरोपपत्र के मुताबिक, बरार ने आरोपियों लॉरेंस बिश्नोई, जग्गू भगवानपुरिया, सचिन भिवानी, अनमोल बिश्नोई, सचिन थापन, मोनू डागर, पवन बिश्नोई और शूटरों के साथ तालमेल कर मूसेवाला को मारने की साजिश रची थी। उसने हथियार, पैसा, कार, फोन, सिमकार्ड और अन्य आरोपियों के ठहरने का बंदोबस्त किया था।