जब पुलिस को जोड़ना पड़ा हाथ पांव
[highlight color=”black”]दुर्ग हितेश शर्मा [/highlight]
बहुत कम ही ऐसा देखने-सुनने को मिलता है कि पुलिस किसी के सामने हाथ-पांव जोड़ती है,, ऐसा ही वाक्या आज दुर्ग पुलिस के साथ हुआ। अमूमन देखा जाता है कि मरने वाले के परिवार,पडोसी,समाज गांव आदि के लोग संवेदना व्यक्त करते हुए दुःख जताते है लेकिन अपनी माँ के साथ कुकर्म करने वाले मृतक के समाज,परिवार के लोग उसे कोसते हुए शव लेने तक नही गये।
दरअसल आज केंद्रीय जेल दुर्ग में एक कैदी की हत्या पीट-पीट कर दी गई। वास्तव में मृतक आरोपी अजय देवांगन ने ऐसा कृत किया जो की माँ-बेटे के रिश्तों को तार-तार कर दिया। सुपेला,संजय नगर निवासी अजय देवांगन,38वर्ष ने सोमवार की रात घर पहुंचा और जान से मारने की धमकी देते हुए अपनी बूढी माँ को ही हवस का शिकार बना डाला।
इस घटना ने पूरी इस्पात नगरी को ही झकझोर के रख दिया था।सुपेला पुलिस ने इस कलयुगी पुत्र को धारा 376,506 के तहत गिरफ्तार कर मंगलवार को दुर्ग जेल भेज दिया था।इस कृत्य से मृतक के घर-परिवार सहित समाज के लोग भी इतना शर्मशार हुए है कि वो लोग
मृतक के पंचनामा के लिए सामने नही आये न ही दुर्ग पुलिस को किसी प्रकार का सहयोग किये।ऐसा घिनौना काम करने के कारण परिवार,समाज के लोग उसकी शव तक को ले जाने को तैयार नही हो रहे थे।जब पुलिस ने दुर के परिजनों को फोन कर बुलाया और उनसे विनती की तब कही जा कर उसका भांजा और जीजा ने पंचनामा,पोस्टमार्टम की फार्मेल्टी पूरी की और शव को लिया।