जांजगीर-चांपा। जिले के अकलतरा, मूलमुला थाना क्षेत्र के अलावा सक्ती क्षेत्र के जैजैपुर, हसौद, मालखरौदा थाना क्षेत्र अंतर्गत जुआरी थाना प्रभारियों एवं चहेते आरक्षकों से सेटिंग कर लाखों का दांव लगा रहे हैं। वही इसके बदले संबंधित थाना प्रभारियों को हर महीने रकम भी पहुंचाते हैं। यह हम नहीं जुआ संचालित करने वालों का दावा है। नाम नहीं छापने की शर्त पर नामी जुआरी ने फटाफट न्यूज़ के रिपोर्टर को बताया कि थाना प्रभारियों तक पहुंचने के लिए पहले संबंधित थाना क्षेत्र के आरक्षकों को खुश करना पड़ता है, तब जाकर बात बनती है। वही सेटिंग की राशि हम नहीं थाना प्रभारी तय करते हैं। फिर जुआ संचालित होता है। इसके बदले थाना प्रभारियों एवं आरक्षको को भी हफ्ते हफ्ते में पैसा देते हैं।
वही जब थाना प्रभारियों पर कार्यवाही का प्रेशर ज्यादा होता है तो केस भी देना होता है। हफ्ते 15 रोज में बकायदा नहीं पकड़ने के एवज में तय की गई राशि को पहुंचाया जाता है। संबंधित थाना प्रभारियों से जुआ खेलने के बदले में हफ्ते 15 दिनों में राशि तय की जाती है। समय स्थान तय करने के बाद जुआ का खेल फाइनल होता है। जिस व्यक्ति द्वारा जुआ का संचालन किया जाता है। वही पूरी सेटिंग संबंधित थानों के आरक्षकों की मदद से थाना प्रभारी तक पहुंचाया जाता है। उसके बाद समय स्थान देखकर जुआ का संचालन किया जाता है। लेकिन समय-समय पर इनकी भनक ना लगे कर के संबंधित थाना क्षेत्र के आरक्षक भी दिखाने के लिए कार्यवाही करते हैं लेकिन कार्यवाही करने से पहले जुआरियों को फोन के जरिए सूचना दे दी जाती है। जिसके चलते सिर्फ केस बनाने के लिए ही नाम मात्र के लोगों को पकड़ा जाता है। वही कुछ रकम भी दिखावे के रूप में पकड़ा जाता है। हालांकि जुआ एक्ट में कोई संगेय अपराध नहीं होने के चलते जुआरी ऐसे ही छूट जाते हैं। जिसके चलते ना तो पुलिस कड़ी कार्रवाई कर पाती। ना ही इनके ऊपर कोई अन्य धाराओं के मामले में कार्यवाही होती है।
जैजैपुर में हुए कार्यवाही इसी का नतीजा है। समय में थाना प्रभारी के पास पैसा नहीं पहुंचने का अंजाम जुआरियों को भुगतना पड़ा। इसके पहले बकायदा जैजैपुर थाना प्रभारियों को महीना पहुंचता था। क्षेत्र में जुआ का संचालन हो रहा है जैजैपुर थाना प्रभारी को जानकारी था। बावजूद यहां कार्यवाही नहीं हो पा रही थी। उसी तरह हसौद मालखरोदा, अकलतरा, मूलमुला थाना क्षेत्र में बड़ी संख्या में जुआरी पहुंच रहे हैं। वही संबंधित थाना प्रभारियों को महीने, 15 दिनो में राशि पहुंचा कर उनसे बकायदा अनुमति भी ले रहे हैं। उसके बाद अपना फड़ जमा रहे हैं। आए दिन मूलमुला, अकलतरा क्षेत्रों में आसपास की जुआरी एकत्र होकर लाखों का दांव लगा रहे हैं। वही समय-समय पर बकायदा जुआरियों को पार्टी दी जाती हैं जहां मुर्गा मटन के अलावा शराब, शबाब सभी व्यवस्था मौके पर रहता है। इसके लिए अतिरिक्त चार्ज जुआरियों को देना होता है। वही बदले में जुआरी संचालक थाना प्रभारी को मोटी रकम भी देते हैं।
युवा वर्ग के लोग जुआ एवं सट्टा के गिरप्त में फंसते जा रहे हैं लेकिन अभी तक इन थाना प्रभारियों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दिशा निर्देश के बावजूद भी संबंधित थाना क्षेत्र के थाना प्रभारियों द्वारा यह काम किया जा रहा है। किसी प्रकार की भनक ना लगे इसके लिए बकायदा जुआरी समय-समय पर कार्यवाही कर थाना प्रभारियों को केस भी देते रहते हैं। जिससे लोगों को ना लगे कि पुलिस एवं जुआरियों के बीच कोई सांठगांठ है। हालांकि इन सब की शिकायत पुलिस अधीक्षक तक पहुंचती लेकिन यहां यह भी देखा जा रहा है कि आज का पुलिस अधीक्षक के भी हाथ बंधे हुए हैं। नाम मात्र की कार्यवाही करते हुए जुआरियों एवं सटोरियों पर कार्यवाही की जा रही है। बावजूद बड़े धड़ल्ले से जुआरियों का यह खेल क्षेत्रों में चल रहा है।