UPSC Success Story, Success Story, IAS Success Story : सिरसा जिले के विजय वर्धन ने हाल ही में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में अपनी सफलता की कहानी से सबको प्रेरित किया है। उनकी यात्रा यह साबित करती है कि सफलता केवल कार्य के प्रति समर्पण और मेहनत से प्राप्त होती है, न कि असफलताओं से डरकर या हार मानकर। विजय वर्धन की कहानी यह दर्शाती है कि असफलताओं को स्वीकार कर उनसे सीखना कितना महत्वपूर्ण है।
यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली का रुख
विजय वर्धन का जन्म हरियाणा के सिरसा जिले में हुआ था, जहां उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की। इसके बाद, उन्होंने हिसार से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री प्राप्त की। डिग्री पूरी करने के बाद, विजय ने यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली का रुख किया, लेकिन उनकी यात्रा आसान नहीं थी।
30 से अधिक परीक्षाओं में भाग
यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी के दौरान, विजय ने 30 से अधिक परीक्षाओं में भाग लिया, जिसमें सीजीएल, एसएससी, यूपीपीएससी और हरियाणा पीसीएस शामिल थीं। दुर्भाग्यवश, वह इन सभी परीक्षाओं में असफल रहे। पहली बार जब उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी, तो उन्हें सफलता नहीं मिली। उन्होंने लगातार चार बार परीक्षा दी, और हर बार उन्हें असफलता का सामना करना पड़ा। इस दौरान उनके मनोबल को काफी धक्का पहुंचा, लेकिन विजय ने संघर्ष और मेहनत जारी रखी।
विफलता सफलता के विपरीत नहीं
विजय वर्धन का विश्वास था कि विफलता सफलता के विपरीत नहीं है, बल्कि सफलता का एक आवश्यक हिस्सा है। उन्होंने अपनी असफलताओं से सीखने की कोशिश की और अपनी तैयारी में निरंतर सुधार किया। आखिरकार, 2018 में उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 104वीं ऑल इंडिया रैंक (एआईआर) प्राप्त की। इसके बाद उन्हें भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में नियुक्त किया गया।
हालांकि, विजय वर्धन अपनी IPS नौकरी से पूरी तरह संतुष्ट नहीं थे। उनकी सोच थी कि प्रशासनिक सेवा में उनकी वास्तविक क्षमता का उपयोग हो सकता है। इसलिए, उन्होंने 2021 में फिर से यूपीएससी परीक्षा में भाग लिया और इस बार उन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के लिए सफल घोषित किया गया।
अप्रोच बदलने की जरूरत
हाल ही में, एक मीडिया प्रोग्राम के दौरान, विजय वर्धन ने सिविल सेवा के उम्मीदवारों को महत्वपूर्ण सलाह दी। उन्होंने कहा आप अब तक के सबसे अच्छे शिक्षक हैं। इसलिए आपको हमेशा अपनी क्षमताओं पर भरोसा रखना चाहिए, चाहे आप कोई भी निर्णय लें। विजय ने विशेष रूप से सीनियर कैंडिडेट्स को उनके वर्तमान मैथड की नकल करने के प्रति आगाह किया और कहा कि उन्हें अपनी अप्रोच बदलने की जरूरत है।
विजय वर्धन की कहानी हमें यह सिखाती है कि असफलताएं केवल एक बाधा हैं, जो हमें और मजबूत बनने का अवसर देती हैं। उनकी कड़ी मेहनत और निरंतर प्रयासों ने यह सिद्ध किया कि अगर आप दिल से काम करें और अपनी गलतियों से सीखें, तो आप किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। विजय वर्धन के जीवन की यह प्रेरक यात्रा हमें बताती है कि संघर्ष और धैर्य के साथ किसी भी कठिनाई को पार किया जा सकता है और सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचा जा सकता है।