Success Story, UPSC Success Story, IAS Success Story : यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, भारत में सर्वाधिक प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। इस परीक्षा में सफल होने के लिए अभ्यर्थी बहुत मेहनत और समर्पण के साथ तैयारी करते हैं, लेकिन कुछ व्यक्तियों की इसमें पहली कोशिश में ही सफलता मिल जाती है। ऐसा ही एक समर्पित उदाहरण है आईएएस अधिकारी चंद्रज्योति सिंह का।
चंद्रज्योति सिंह ने अपनी 22 साल की उम्र में यूपीएससी परीक्षा पास करने का अद्वितीय रिकॉर्ड बनाया। इस प्रशंसनीय उपलब्धि को और भी अधिक श्रेष्ठ बनाता है कि उन्होंने बिना किसी कोचिंग इंस्टीट्यूट के सहारे खुद की पढाई पर विश्वास करते हुए ही इस परीक्षा को सफलतापूर्वक पारित किया। 2029 में, उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की और देशभर में 28वीं रैंक हासिल की।
पिता दलबारा सिंह, एक सेवानिवृत्त सेना रेडियोलॉजिस्ट
चंद्रज्योति का जुनून राष्ट्र सेवा में काम करने का है। उनके पिता दलबारा सिंह, एक सेवानिवृत्त सेना रेडियोलॉजिस्ट हैं। चंद्रज्योति की माँ मीना सिंह ने भी सेना में सेवा की है। उन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, एक साल की छुट्टी लेकर चंद्रज्योति ने अपनी यूपीएससी की तैयारी में अपना पूरा ध्यान लगाया। उन्होंने सख्त मेहनत करके बिना किसी बाहरी कोचिंग के साथ अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखा।
शुरूआत में 6 से 8 घंटे और अंत में 10 घंटे से अधिक पढ़ाई
उनकी दिनचर्या में उन्होंने पढ़ाई के लिए नियमित समय निकाला जाता था। जिसमें शुरूआत में 6 से 8 घंटे और अंत में 10 घंटे से अधिक पढ़ाई शामिल थी। उन्होंने अपने अध्ययन के साथ-साथ समाचार पत्र पढ़ने का अभ्यास भी किया, ताकि वे समसामयिक मामलों को समझ सकें। यह उन्हें परीक्षा के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण साबित हुआ।
लगन से काम करना जरूरी
चंद्रज्योति सिंह का मानना है कि किसी भी परीक्षा में सफलता पाने के लिए एक स्पष्ट योजना और उस पर लगन से काम करना जरूरी होता है। उनका कहना है कि यूपीएससी जैसी परीक्षा में सफलता पाने के लिए अभ्यार्थी अपनी क्षमताओं पर पूरा विश्वास रखें और अपने लक्ष्य की दिशा में लगातार मेहनत करें।