सीतापुर (फटाफट न्यूज) | अनिल उपाध्याय
Surguja News: पंचायती राज का सपना देखने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी आज खुद पंचायती राज के शिकार हो गए। ग्राम पंचायत की उदासीनता के कारण गाँव के चौक में स्थापित गांधी प्रतिमा देखरेख के अभाव में आज दुर्दशा की मार झेल रही है। हद तो तब हो गई जब गांधी जयंती के दिन ग्राम पंचायत की मुखिया ने उनकी जयंती मनाना तो दूर उन्हें याद तक नही किया। ग्राम पंचायत कि इस लापरवाही के कारण गांधी जयंती पर महात्मा गांधी को फूलों का एक हार तक नसीब नहीं हो पाया। गांधी जयंती पर बरती गई इस लापरवाही से आक्रोशित ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।
गौरतलब है कि 2 अक्टूबर को पंचायत राज का सपना देखने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पूरा देश मना रहा था। जगह-जगह लोग उन्हें स्मरण करते हुए गांधी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनकी जयंती मना रहे थे।ऐसे में जनपद पंचायत सीतापुर का ग्राम पंचायत धरमपुर गांधी जयंती मनाने के बजाए उन्हें पूरी तरह भुला दिया। जबकि इस दिन गांधी जयंती मनाने के लिए ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया जाता हैं।जहाँ ग्राम पंचायत के सरपंच पंच अधिकारी कर्मचारी एवं ग्रामवासी इकट्ठे होकर गांधी जयंती मनाते हैं।
इसके बाद आयोजित ग्राम सभा मे गांव के विकास एवं गरीबो के कल्याण की योजना बनाते है।पर ग्राम पंचायत धरमपुर में ऐसा कुछ नही हुआ। ग्राम पंचायत की मुखिया ने ना तो गांधी जयंती मनाया और ना ही उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। जिससे गांव के लोगो मे काफी आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने ग्राम पंचायत द्वारा गांधी जयंती नही मनाने पर सरपंच को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इससे महात्मा गांधी को मानने वाले लोगो की भावनाएं आहत हुई है।
ग्रामीणों ने सरपंच पर गांधी प्रतिमा के देखरेख में उदासीनता बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम पंचायत की लापरवाही की वजह से गांधी प्रतिमा दुर्दशा की मार झेल रहा है। देखरेख और रखरखाव के अभाव में गांधी प्रतिमा की हालत जर्जर होने लगी है। इस संबंध में ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से इस मामले में संज्ञान लेते हुए गांधी जयंती नही मनाने पर ग्राम पंचायत के विरुद्ध उचित कार्रवाई समेत गांधी प्रतिमा के जीर्णोद्धार की माँग की है।