जांजगीर-चांपा : जिले के डभरा ब्लाक के ग्राम धुरकोट में सहकारी बैंक से लगभग 12 किसानों के नाम प्रभारी समिति प्रबधंक ने फर्जी तरीके से शाखा प्रबंधक से सांठगांठ कर लगभग 50 लाख रूपयें का किसान के्रडिट कार्ड (केसीसी) लोन निकाल लिया है। किसानों को इसकी जानकारी तब हुई जब उनके पास लोन चुकाने का नोटिस आया। किसानो ने बैंक जाकर पुछताछ की तो 12 किसानो के नाम पर केसीसी के लोन निकल गया हैं।
पीड़ित किसानो ने इसकी शिकायत संबधित बैंक अधिकारी से लेकर कलेेक्टर, उप पंजीयक तक कर चुके है लेकिन अभी तक इनके शिकायत सुनने वाले कोई नही हैं और न ही किसी प्रकार की जांच शुरू हुई है। अंत में सभी पीड़ित किसान जिला मुख्यालय जांजगीर में समिति प्रबधंक गिरीवर प्रसाद निराला और तात्कालीन सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक अश्वनी पाण्डेय के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग करते हुए 4 दिनो से अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन मे बैठ गये हैं।
किसानो का कहना है कि जिन किसानो के नाम जमीन नही है उसके नाम पर भी लाखो का लोन निकल गया हैं. किसानो ने कहा समिति प्रबंधक गिरीवर निराला व तात्कालीन शाखा प्रबंधक अश्वनी पाण्डेय पर भी एफआईआर होना चाहिए। उन्ही दोनो के साठगांठ से फर्जीवाड़ा हुआ हैं। वही पीड़ित किसानों का कहना है कि जब तक समिति प्रबंधक प्रभारी सहित सहकारी तात्कालीन शाखा प्रबंधक के खिलाफ कार्यवाई नही हो जाती तब तक धरना प्रदर्शन करते रहेगें। वही बैंक के अधिकारीयों का कहना है इस मामले मे जांच टीम बनाई गई जो मामले मे जांच करेगी।
जांच अधिकारीयों की भूमिका संदिग्ध…
पीडित किसानो के शिकायत पर उच्च् अधिकारीयों ने जांच टीम बनाई गई जिसमें उप पंजीयक विभाग के अधिकारीयों को जांच के निर्देश दिये गये है। लेकिन किसानो को आरोप है कि जांच अधिकारी के जांच से संतुष्टि नही है। मामले की जानकारी होने के बावजुद समिति प्रबंधक को पद से हटाया गया है लेकिन समिति प्रबंधक कि खिलाफ किसी प्रकार की एफआईआर दर्ज नही की गई जबकि अधिकारी को जानकारी है फर्जीवाड़ा हुआ हैं। अब मामले को उलझाया जा रहा हैं।