- सरकार की नीति से नाराज बलौदाबाजार जिले के पांच गावों के किसानो का आंदोलन चौथे दिन भी जारी,41 गांव के किसान होंगे लामबंद
- वनांचल ग्राम रिकोकला का नाम नए धान उपार्जन केंद्र की सूची में शामिल कराने किसानों का आंदोलन
बलौदाबाजार जिले कसडोल विकासखण्ड के सुदूर और दूर्गम पहाड़ियों के बीच बसे ग्राम रिकोकला में धान का नया खरीदी केंद्र नही खोलने से, रिकोकला के समर्थन में बया समिति के 41 गांवों के किसान सरकार के इस फैसले नाराज है।
छतवन, दुमरपाली, रिकोखुर्द, रुंझहुनी और लुकाउपाली के 500 किसान सरकार के सरकार के फैसले के खिलाफ लामबंद होकर आंदोलन के राह में चले गए है। इन पांच गावों के किसानों ने रिकोकला में नए धान उपार्जन केंद्र खोलने की मांग की है। यह मांग इस क्षेत्र की बहुत पुरानी जायज मांग है। पिछले 15 सालों से इस क्षेत्र के किसान लगातर अपनी जायज मागों को लेकर छलते आ रहे है। छत्तीसगढ़ में नई सरकार और किसान पुत्र भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने पर बलौदाबाजार जिले के इस वनांचल क्षेत्र के किसानों में भारी उम्मीद थी, लेकिन यह उम्मीद भी निराशा में बदल गई। सरकार द्वारा जारी की गई नए धान खरीदी केंद्रों में रिकोकला का नाम नही होने से 5 गावों के समर्थन में पूरे 41 गांव के किसान एकजुट हो रहे है। 5 गांव के किसान पिछले 4 दिनों से आंदोलन-धरना प्रदर्शन का रुख अख्तियार कर चुके है।
बता दे कि वनांचल ग्राम बया में प्राथमिक शाख समिति है। इस समिति में 41 गांव के 3 हजार 236 पंजीकृत किसान है। ग्राम रिकोकला, छतवन, दुमरपाली, रिकोखुर्द, रुंझहुनी और लुकाउपाली के लगभग 500 किसान बया में अपनी धान बेचने आते है। इस गांवो की दूरी बया से लगभग 12 और 10 किलोमीटर की स्थित है। वनांचल ग्राम की वजह से यहां आवगमन की स्थिति बहुत खराब है। इस गावों के किसानों को बया धान बेचने आने के लिए वाहन किराया कर आना पड़ता है, इसे किसानों की लागत और बढ़ जाती है।
क्षेत्र के जनकिसान नेता संतोष दीवान के मुताबिक रीकोकला में नए धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग बहुत पुरानी है, और मांग बहुत बाजिव है। मांग पूरा करने के लिए इस क्षेत्र के किसानो की तरफ से जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया था। कलेक्टर द्वारा किसानों की इस मांग को विशेष ध्यान में रखते हुए परीक्षण भी कराया गया। परीक्षण में किसानों की मांग सही पाई गई। जिला प्रशासन द्वारा राज्य शासन को रिकोकला में धान खरीदी केंद्र खोलने प्राथमिकता में रखा गया। सरकार द्वारा लगातर दो लिस्ट जारी हुई। रिकोकला का नाम सूची में शामिल नही किया गया, इससे क्षेत्र के सभी किसान बहुत नाराज है। उन्होंने यह भी बताया कि जब तक मांग पूरी नही हो जाती तब तक किसानों का आंदोलन धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। धरने में क्षेत्र के सभी किसान उपस्थित थे।
• विधायक की खामोशी से किसानों में भारी नाराजगी
बलौदाबाजार जिले के वनांचल ग्राम बया में किसानों द्वारा पिछले तीन दिन से आयोजित धरना-प्रदर्शन के बाद भी बिलाईगढ़ के सत्ता पक्ष के विधायक चन्द्रदेव राय की खामोशी से किसानों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। हालांकि की प्रदेश कांग्रेस संगठन के नेत्री श्रीमती प्रेमशिला नायक ने किसानों की मांग को जायज बताए हुए स्वयं धरना-प्रदर्शन में शामिल हो रही है। उन्होंने रिकोकला में नए धान खरीदी केंद्र खोलने की मंजूरी देने के लिए मुख्यंमत्री भूपेश बघेल से मांग की है।
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