गुरुग्राम: घर में पटाख़े बनाने के लिए रखा विस्फोटक 47 वर्षीय भगवान दास को इतना महंगा पड़ जाएगा, किसी ने सोचा भी नहीं था. उसके छह परिवारजनों की मौत हो गई. सभी घायल 10 दिन से इस्पताल में भर्ती थे, जिनकी अब मौत हो गई है.
दरअसल, बीती 12 अक्टूबर को खेड़कीदौला थाना क्षेत्र के नखड़ौला गाँव में मकान में विस्फोट हुआ था. विस्फोट में मकान के परखच्चे उड़ गए थे. हादसे में मकान मालिक भगवानदास, उसके बेटे मनीष और तनुज और बेटी छवि के साथ साढ़ू और उसका दोस्त यानी कुल 6 लोग बुरी तरह झुलस गए थे, जिन्हें गंभीर हालत में दिल्ली के सफदरजंग और एम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहाँ इलाज के दौरान सभी की मौत हो गई.
भगवान दास शादी की पार्टियों में आतिशबाजी चलाने का काम करता था. आरोप है कि यह सभी तरह की आतिशबाजी अवैध तौर पर घर पर बना कर तैयार करता था. 12 अक्तूबर को भी दोपहर साढ़े 3 बजे भगवान दास दीवाली के लिए आतिशबाजी बनाने में लगा था कि तभी जोरदार धमाका ह गया. जब तक कोई कुछ समझ पाता हादसे में 47 वर्षीय भगवान दास, उसका 17 वर्षीय बेटा मनीष, 8 वर्षीय बेटा तनुज, 11 वर्षीय बेटी छवि और उसका साढ़ू सुभाष और विष्णुकांत बुरी तरफ से झुलस गए थे. इन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहाँ सभी के इलाज के दौरान मौत हो गयी. प्रीतपाल सिंह(एसीपी क्राइम,गुरुग्राम पुलिस) ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और छह लोगों की मौत हुई है.
खौफ़नाक हादसे में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत के बाद पूरे गाँव में मातम का माहौल है. पड़ोसियों की मानें तो हमने भगवान दास को बहुत बार मना किया कि घर पर विस्फोटक रखना खतरनाक साबित हो सकता है, लेकिन भगवान दास ने एक न सुनी और इसी लापरवाही के चलते भगवान दास का परिवार खत्म हो गया.