भारत गणराज्य के 14वें राष्ट्रपति को चुनने के लिए देश मे राजनीतिक गहमागहमी अब तेज हो जाएगी. विपक्ष साझा उम्मीदवार तय करने में तो सत्ता पक्ष आम सहमति के आधार पर उम्मीदवार उतारने की जद्दोजहद में पिछले महीने से लगे हैं. हर पक्ष क्षेत्र, धर्म जाति और जनजाति के समीकरण में उम्मीदवार को फिट करने में मशगूल है.
उधर, चुनाव आयोग बुधवार शाम 5 बजे राष्ट्रपति चुनाव के कार्यक्रम का एलान करेगा. यानी तारीखों के साथ साथ राष्ट्रपति चुनाव की पूरी प्रक्रिया की जानकारी भी देगा. क्योंकि अपने देश में राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया अन्य चुनाव से अलग यानी अप्रत्यक्ष पद्धति से होती है. संविधान के मुताबिक ये आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली है.
भारत के मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई 2017 तक है. उनका कार्यकाल पूरा होने से पहले यानी जुलाई मध्य तक ही देश के 14वें राष्ट्रपति का चुनाव कर लिया जाएगा.
विपक्षी दलों में अब तक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर आम सहमति नहीं बन पाई है. उधर सरकार भी अपनी पार्टी और सहयोगी दलों के साथ राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर आम सहमति बनाने की कवायद में जुटी है. राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारों को लेकर पार्टियों में गहन मंथन चल रहा है. ऐसे में आम नागरिक के लिए भी यह जानना जरूरी हो जाता है कि हमारे देश में राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया कितनी सरल और कितनी जटिल है..
राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार
NDA
थावरचंद गहलोत
द्रौपदी मुर्मू
मंत्री वेंकैया नायडू
मोहन भागवत
हुकुमदेव नारायण यादव
सुमित्रा महाजन
UPA
शरद पवार
गोपाल कृष्ण गांधी
शरद यादव
- 17 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव
- 20 जूलाई 2017 को होगी मतगणना
- नामांकन की आखिरी तारीख 14 जून
- यूपी में एक विधायक का मूल्य 208 हैं
- बीजेपी को 5.49 लाख वोट की जरुरत
- संविधान के 54 में इसका जिक्र
- 14 वें राष्ट्रपति का होना हैं एलान
- केन्द्र शासित प्रदेशों के सदस्य लेते हैं हिस्सा
- चुनाव आयोग की प्रेस कान्फ्रेंस
- राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति चुनाव के तारीखों का एलान
- अगले महीने खत्म होगा प्रणव मुखर्जी का कार्यकाल
- प्रणव मुखर्जी का कार्यकाल 24 जूलाई तक
- इलेक्ट्रोल कॅालेज से होता हैं राष्ट्रपति का चुनाव