बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..दिया तले अंधेरा वाली कहावत एक बार फिर चरितार्थ नजर आ रही है..और ऐसा इसलिए क्योंकि सयुंक्त जिला कार्यालय परिसर में स्थापित कृष्णकुंज अब भगवान भरोसे है..जब से कृष्णकुंज की स्थापना हुई..तब से एक बार भी कृष्णकुंज में रोपे गये पौधों में पानी से सिंचाई नही किया गया..वही वन विभाग के डीएफओ विवेकानंद झा कृष्णकुंज की जानकारी लेने की बात कह रहे है!..
बता दे कि 19 अगस्त को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप प्रदेशभर में 162 स्थानों में कृष्ण कुंज की स्थापना बड़े ही तामझाम से की गई..लेकिन अब कृष्ण कुंज भगवान भरोसे ही है..मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा थी..की न्यूनतम एक एकड़ में औषधीय गुणों से भरपूर पौधों को संरक्षित कर रखा जाएगा..और हुआ भी बिल्कुल वैसा ही लेकिन बलरामपुर कलेक्ट्रेट परिसर में निर्मित कृष्ण कुंज में लगे पौधे पानी के अभाव में हकीकत बया कर रहे है..
दरअसल सयुंक्त जिला कार्यालय परिसर (कलेक्ट्रेट) में डीएमएफ से 13 लाख की लागत से कृष्ण कुंज की स्थापना की गई..जिसका लोकार्पण रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिह ने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया था..वन विभाग की माने तो एक एकड़ के कृष्ण कुंज में 450 बरगद, पीपल, नीम, आँवला, बैर, जामुन, चार, तेंदू, बेल प्रजाति के पौधे रोपे गये थे..लेकिन कलेक्टर विजय दयाराम के. के द्वारा रोपे गये पीपल,विधायक बृहस्पत सिह द्वारा रोपे गये बरगद के पौधे सुख रहे है..
वही डीएफओ विवेकानंद झा का कहना है कि कृष्ण कुंज में चौकीदार व पानी की व्यवस्था की जानी थी..लेकिन बलरामपुर के कृष्ण कुंज की क्या स्थिति है..इसकी जानकारी लेकर ही वे कुछ बता पाएंगे!..