सतना: में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पिछड़ावर्ग महा सम्मेलन में सामिल होने पहुंचे,, सीएम के इस दौरे को लेकर सर्व समाज ने पहले ही विरोध की चेतावनी दी थी,, इस बात को लेकर प्रशासन और भाजपा नेता बेहद चिंता में थे,, पूरा सहर बीते दिन से ही झावनी में तब्दील होगया था,, पूरी रात प्रभावशाली सर्व समाज के नेताओं की गिरफ्तारी पुलिस ने करली थी,, इसके बादजूद भी जन सहलाव उमड़ पड़ा,, जहां एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में सर्व समाज के प्रदर्शनकारियों ने घमासान मचा दी वही कांग्रेसी भी महगाई के मुद्दे को जोड़ कर आंदोलन की आवाज को बुलंद करने पहुँच गये,, इस ऐतिहासिक उग्र विरोध को देख कर प्रशासन के होश उड़ गए,, पूरी रीवा रोड काले झंडो और शिवराज सिंह मुर्दा बाद के नारों से गूंज रहा था,, लंम्बा जाम लग गया CM के कार्यक्रम स्थल में पहुचने से पहले बेरीकेट्स लगाकर प्रदर्सन कारियों को रोक दिया गया,, विरोध के स्वर इतने बुलंद थे कि इसे दवाने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया,, इस लाठी चार्ज में महिलाओं तक को नहीं बख्शा गया।
क्या है पूरा माजरा:
SC/ST एक्ट को लेकर जहां पूरे देश मे विरोध प्रदर्सन हो रहा वहां आज cm के सतना दौरे को लेकर बीटीआई ग्राउंड में सर्व समाज के हजारों लोग एकट्ठा होने सुरु होगये थे,, जिसे लेकर पुलिस भी अलर्ट पर थी,, हजारों की भीड़ को देख पुलिस ने पहले ही प्रदर्सन कारियों को ग्राउंड में ही नजर बैंद कर दिया,, लेकिन विरोध इतना तगड़ा था,, कि पुलिस के सैकड़ो जवान उन्हें रोक नही पाए और ग्राउंड की घेरा बंदी तोड़ सड़को पर उतर आए,, जब प्रदर्सन कारी एरोड्रम स्थित CM की सभा की ओर बढ़ने लगे तो पुलिस ने बेरीकेट्स लगाकर उन्हें रोक दिया पूरा जनसैलाब रीवा रोड में उमड़ पड़ा, लंबा चक्का जाम लग गया कई भाजपा नेता भी इस जाम में फंस गए और सभा तक पहुंचने के लाले पड़ गए,, लिहाजा अपनी गाड़ी छोड़ उन्हें पैदल ही सभा स्थल तक जाना पड़ा,, CM मुर्दाबाद और हम हैं माई के लाल के नारे लगाकर प्रदर्शनकारी काले झंडे लहराने लगे पुलिस ने उन्हें पीछे करने की कोशिश की इसी बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झूमाझटकी शुरू हो गई जिसे देखकर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया,, इस लाठीचार्ज में कई लोग घायल हुए यहां तक कि पुलिस ने महिलाओं तक पर लाठियां बरसाई पुलिस ने प्रदर्शन कारियों को गिरफ्तार किया और थाने ले गई।
राजभान सिंह भी भूमिका में:
विरोध के दमन की रणनीति के तहत पुलिस प्रशासन ने बीते दिन से ही सभी सर्व समाज के नेताओं की गिरफ्तारी करनी सुरु करदी थी,, इस बात की भनक राजभान सिंह को लग गयी,, भोपाल से लौट रहे राजभान और अन्य का पुलिस सतना रेलवे स्टेसन में गिरफ्तारी के लिए इंतजार करती रही,, और वे पुलिस को चखमा देकर मैहर में ही ट्रेन से उतार गए,, पुलिस सतना रेलवे स्टेसन में खाक छानती रही,, जब सभी प्रदर्शनकारी Cm का विरोध करने के लिए सभा की ओर बढ़ रहे थे, उसबीच राजभान भी अपने साथियों के साथ मौके में पहोंच विरोध के स्वर और वुलन्द कार दिया,, तभी पुलिस के बेरीकेट्स तोड़ने की कोसिस हुई और पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया।
राजेश दुबे और राजदीप समेत कई को किया गया नजर बंद:
विरोध प्रदर्सन के लिए हमेसा सक्रिय रहने वाले राजदीप मोनू को पुलिस उनके घर से ही उठा ली यही नही पुलिस उन तमाम सक्रिय प्रभाव साली प्रदर्शन कारियों को टारगेट कर गिरफ्तार कर लिया,, वही विक्रांत त्रिपाठी, और रितेश त्रिपाठी समेत कई सवर्ण नेता पुलिस को चखमा देने में कामयाब रहे,, और जैसे ही सीएम सतना पहुंचे काला झंडा लेकर सामने आकर विरोध की अहम भूमिका में उतार आये।
किसका था आदेश क्या उचित था लाठी चार्ज:
इस पूरे घटना क्रम पर पुलिस ने गोलमोल जवाब दिया प्रदर्शनकारी काले झंडे दिखाने के लिए CM की सभा की ओर बढ़ रहे थे,, पुलिस ने इस आंदोलन का दमन करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया,, जब इस लाठीचार्ज के बारे में सतना एसपी सांतोस सिंह गौर से पूछा गया,, की आखिर लाठीचार्ज का आर्डर किसने दिया तो उनका कहना था कि SDM मौके पर थे और ऐसे हालात में लाठी चार्ज करने के लिए किसी के आदेश की जरूरत नहीं पड़ती,, वही सर्व समाज के नेता रितेश त्रिपाठी की माने तो पूरा जिला प्रशासन भाजपा सरकार के इसारे में काम कर रहा,, समाज अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहा और मुख्यमंत्री तक अपनी आवाज विरोध करके पहुँचाने की कोशिश की गयीी. जिसे पुलिस और जिला प्रशासन ने लाठियों के दम पर कुचलने की कोसिस की है,, जो कतई उचित नहीं था,, समाज अपना हक़ लेकर रहेंगे और लगातार ऐसी लड़ाई लड़ते रहेंगे!