- कम वोल्टेज की समस्या से मुक्ति के लिए जल्द होगा 124 के.व्ही. लाईन विस्तार
- प्रधानमंत्री आवास योजना में 40 परिवारों को पक्के मकानों की सौगात
- गांव की गलियों में घूमकर मुख्यमंत्री ने दो परिवारों के बनते हुए मकानों को देखा
तेल नदी पर 34 करोड़ की व्यपवर्तन सिंचाई योजना तुरन्त मंजूर
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह प्रदेश व्यापी लोक सुराज अभियान के तहत आज गरियाबंद जिले के ग्राम आमाड़ (विकासखंड देवभोग) अचानक पहुंचे। इसके बाद उन्होंने उत्तर बस्तर (कांकेर) जिले के ग्राम दरगहन (विकासखंड चारामा) के समाधान शिविर का भी आकस्मिक दौरा किया।
उन्होंने देवभोग विकासखंड में ओड़िशा के सीमावर्ती ग्राम आमाड़ में बरगद की छांव में चौपाल लगाकर ग्रामीणों से उनकी जरूरतों के बारे में विचार-विमर्श किया। डॉ. सिंह ने तेलनदी पर 34 करोड़ रूपए की लागत से प्रस्तावित सिंचाई व्यपवर्तन योजना को तुरन्त मंजूर करने की घोषणा की। उन्होंने अमाड़ में आंगनबाड़ी भवन, स्कूल भवन सहित ग्रामीणों की पेयजल सुविधा के लिए पांच हैण्डपंप तुरन्त मंजूर कर दिए। इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों से कहा कि तीन नलकूपों में सौर ऊर्जा आधारित पंप लगवाकर पेयजल व्यवस्था की जाए। डॉ. रमन सिंह ने गांव में बिजली के कम वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए 124 के.व्ही. क्षमता के लाईन विस्तार जल्द करवाने, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 40 परिवारों को पक्के मकान स्वीकृत करने, गांव में बैंक सुविधा जल्द शुरू करने और स्कूल से लेकर नरोदा के घर तक 150 मीटर सीमेंट कांक्रीट सड़क (सी.सी.रोड) स्वीकृत करने का भी ऐलान किया। चौपाल के पहले डॉ. सिंह ने गांव की गली का पैदल भ्रमण किया और वहां प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दो हितग्राहियों के निर्माणाधीन पक्के मकानों को भी देखने चले गए। वर्तमान में अपने पांच बच्चों के साथ एक कच्चे मकान में निवास कर रही श्रीमती प्रमिला डिगरे को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान मंजूर किया गया है, इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। ग्रामीणों ने तिलक लगाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
डॉ. सिंह ने इस मकान के पास रेत की ढेरी में खेल रहे उनके बच्चों से बातचीत करते हुए बाल सुलभ हंसी-मजाक भी किया। मुख्यमंत्री के इसके बाद 65 वर्षीय श्रीमती पुनेबाई यादव के निर्माणाधीन पक्के मकान को भी देखने गए। श्रीमती यादव को भी यह मकान प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत हुआ है। श्रीमती यादव वर्तमान में अपने दो बेटों के साथ कच्चे मकान में निवास कर रही हैं। श्रीमती यादव ने भी सरकार की ओर से पक्का मकान स्वीकृत होने पर मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। इस बीच डॉ. रमन सिंह की मुलाकत श्रीमती फूलमती भागीरथी से हुई। उन्होंने मुख्यमंत्री को अपनी पारिवारिक समस्या बतायी। यह भी बताया कि उनके पति का निधन हो गया है और वे अपने तीन बच्चों के साथ एक कच्चे मकान में रहती हैं। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को श्रीमती फूलमती भागीरथी के लिए भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान स्वीकृत करवाने के निर्देश दिए।