CG Mausam, CG Weather, Chhattisgarh Weather, Chhattisgarh Mausam : छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्सों में मौसम की गतिविधियों में परिवर्तन देखने को मिल सकता है। 1 जून से लेकर 26 अगस्त तक छत्तीसगढ़ में अब तक 910 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हो चुकी है, जो कि औसत से 6% अधिक है।
प्रदेश में अब तक 910 मिमी से ज्यादा बारिश
फिलहाल प्रदेश में बारिश का कोई स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय नहीं है और मानसून की गतिविधियां दो दिन बाद से ही तेज होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, इस अवधि में 875 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी।
इस दौरान 6 जिलों में औसत से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जबकि 5 जिलों में औसत से कम बारिश हुई है। बाकी जिलों में सामान्य बारिश रिकॉर्ड की गई है। सरगुजा और बस्तर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना है।
दुर्ग में सामान्य से 22% कम बरसात
दुर्ग जिले की बारिश की स्थिति काफी चिंता का विषय बन चुकी है। पिछले दो सप्ताह से जिले के अधिकांश हिस्सों में बारिश नहीं हुई है, जिसके कारण यहां सामान्य बारिश का स्तर 22% तक कम हो गया है। वर्तमान में दुर्ग जिले में 743.6 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी, जबकि अब तक केवल 581.8 मिलीमीटर ही बारिश हुई है। यदि स्थिति इसी प्रकार बनी रही तो जिले में सूखे जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
यलो अलर्ट जारी किए गए 14 जिलों के नाम
आज छत्तीसगढ़ के 14 जिलों में बारिश के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में बलरामपुर, जशपुर, रायगढ़, जांजगीर, सक्ती, बारंगढ़-बिलाईगढ़, बालौदाबाजार, महासमुंद, गरियाबंद, कोंडागांव, बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा शामिल हैं। इन जिलों में मध्यम बारिश की संभावना है।
रायपुर में आज हल्की बारिश की संभावना
रायपुर में आज मौसम का मिजाज कुछ भिन्न हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, यहां हल्की बारिश होने की संभावना है। बादल छाए रहने की संभावना है और गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ सकती हैं। अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
आगामी दिनों में बारिश की संभावना
27 अगस्त तक मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ में बारिश की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है। इसके बाद 28 अगस्त को कुछ क्षेत्रों में बौछारें पड़ने की संभावना जताई जा रही है। 29 अगस्त को पूर्वी मध्य और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में एक बार फिर बारिश हो सकती है।