Raipur News: छत्तीसगढ़ के बिजली उपभोक्ताओं को इस महीने से बिजली में 23 पैसे यूनिट महंगाई का झटका लग गया है। छत्तीसगढ़ राज्य पावर कंपनी ने उत्पादन लागत में इजाफा होने के कारण वीसीए (वेरिंएबल कास्ट एडजस्टमेंट) को 19 पैसों के स्थान पर 42 पैसे प्रति यूनिट कर दिया है। बिजली के बिल में लगातार बढ़ोतरी को लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह ने सरकार को घेरते हुए कहा बिजली बिल हाफ करने का झांसा देकर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार लगातार जनता की जेब साफ कर रही है। जनता के मेहनत के पैसों पर डाका डाल रही है।
पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बिजली मीटर रीडिंग और बिल बांटने का ठेका देने वाली सरकार आम जनता को बिजली के झटके महसूस करा रही है। सरकार अभी 4 साल पूरे नहीं कर पाई है लेकिन लगभग 4 बार बिजली के बिल बढ़ाकर जनता की जेब काटने का काम किया है। इस बार तो हद हो गई। बिजली के दाम सीधा 13 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ा दिए गए हैं। जिससे 900 रुपये का बिल भरने वाले लोगों को 120 रुपये ज्यादा देने होंगे।
रमन ने आगे कहा बिजली व्यवस्था में सुधार तो भूपेश बघेल कर नहीं रहे लेकिन बिजली को वसूली का कारोबार जरूर बना दिया है। कुछ महीने पहले ही भूपेश सरकार ने बिजली के दाम 10 से 15 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाये थे और अब 30 पैसे बढ़ाकर आम जनता की कमर तोड़ने का काम किया है। भाजपा शासनकाल में बिजली जाती नहीं थी। सस्ती बिजली मिलती थी। किसानों को बिजली के लिए तरसना नहीं पड़ता था। अब स्थिति यह है कि कोई ठिकाना नहीं है कि कब बिजली जायेगी और जाने कब आयेगी। सरकार का सारा ध्यान इस पर है कि जनता को कैसे निचोड़ा जाए।
रमन सिंह ने कहा छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार उन बेहद चुनिंदा सरकारों में है जो जनता से किये वादों के उलट काम कर रही है। पंजाब में कांग्रेस ने यही किया और साफ हो गई। भूपेश बघेल तो वादाखिलाफी में पंजाब की पिछली कांग्रेस सरकार से दस कदम आगे हैं। जनता को राहत देने की बजाय उससे लूट खसोट हो रही हैm छत्तीसगढ़ की जनता की मेहनत का पैसा अपने आलाकमान को दिल्ली भेज रहे हैं। उन्होंने सवाल किया है कि आखिर बिजली की कीमत बढ़ाकर कांग्रेस सरकार कौन से चुनाव की तैयारी कर रही है।