जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) की कोर कमेटी ने विधायक दल के नेता धर्मजीत सिंह को पार्टी से निष्कासित करने का निर्णय लिया है। जकांछ कोर कमेटी की बैठक रविवार को रायपुर में हुई। पार्टी अध्यक्ष अमित जोगी ने बताया कि धर्मजीत सिंह पर अनुसूचित जाति/जनजाति, गरीब, पिछड़ा वर्ग की उपेक्षा और प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी के सिद्धांतों के विरुद्ध कार्य करने के कारण कार्रवाई की गई है।
भाजपा के कार्यक्रम में हुए थे शामिल
विधायक रेणु जोगी और अमित जोगी ने धर्मजीत सिंह के निष्कासन की सूचना विधानसभा अध्यक्ष डा चरणदास महंत को दी है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह के मोदी एट द रेट 20 कार्यक्रम में जकांछ विधायक धर्मजीत सिंह और प्रमोश शर्मा शामिल हुए थे। उसके बाद से ही धर्मजीत के भाजपा प्रवेश की चर्चा थी।
अमित जोगी ने मीडिया से चर्चा में कहा कि राष्ट्रीय दलों को लोकतंत्र पर विश्वास नहीं है। छत्तीसगढ़ की एक मात्र मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय राजनीतिक दल को तोड़कर छत्तीसगढ़ के करोड़ों छत्तीसगढ़ियों की भावनाओं को कुचलने का कुंठित प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सभी क्षेत्रीय दलों को एक-एक कर नष्ट करने की योजना है। गौरतलब है कि धर्मजीत सिंह जकांछ के संस्थापक सदस्य थे। उन्होंने अजीत जोगी के साथ कांग्रेस छोड़कर जकांछ का दामन थामा था और लोरमी विधानसभा सीट से विधायक चुने गए।
जकांछ ने अजीत जोगी के निधन के बाद धर्मजीत सिंह को विधायक दल का नेता चुना था। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में जकांछ ने बसपा के साथ गठबंधन करके प्रदेश की 90 में से पांच सीट पर जीत दर्ज की थी। अजीत जोगी मरवाही, देवव्रत सिंह खैरागढ़ से विधायक चुने गए थे। इनके निधन के बाद दोनों सीट पर कांग्रेस का कब्जा हो गया था। वर्तमान में जकांछ के तीन विधायक हैं, जिसमें रेणु जोगी, धर्मजीत सिंह और प्रमोश शर्मा शामिल हैं।