अगर किसी में कुछ कर दिखाने का जज़्बा हो बंदा क्या नहीं कर सकता. आसमान से तारे तोड़कर धरती पर बिछा सकता है, चांद की दूरियों को उंगली पर गिन सकता है. ऐसा ही कुछ जज़्बा दिखाया है महाराष्ट्र के सोलापुर में रहने वाले सोमनाथ गिरम ने, जिनके पिता सोलापुर में एक किसान हैं. आर्थिक तंगी के शिकार रहे सोमनाथ गिरम खुद भी अपनी पढ़ाई को जारी रखने के लिए एक चाय की दुकान पर काम करते थे,
पढ़ाई के लिए समय निकालने के लिए सोमनाथ ने 2013 में सदाशिव पेठ इलाके के पेरुगेट चौराहे पर खुद की एक चाय की दुकान खोली और दिन में चाय बेचने के साथ ही पढ़ने लगे, अपनी मेहनत और इरादों के बलबूते ही सोमनाथ ने हाल ही में हुई CA की परीक्षा को 55 प्रतिशत अंकों के साथ पास किया है.उनकी इस कामयाबी को देखते हुए राज्य सरकार ने किसी सेलेब्रिटी के स्थान पर एक आम आदमी को तरजीह देते हुए उन्हें अपना ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया है, अब सोमनाथ राज्य में उच्च और तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए युवाओं के सामने एक आदर्श के रूप में काम करेंगे,