Disadvantages of eating too much oil: भारतीय खाने में तेल का इस्तेमाल बहुत ज़्यादा होता है, जो सीधे आपकी सेहत पर असर डालता है। लेकिन एक तेल ऐसा है जिसके इस्तेमाल से आपक कोलेस्ट्रॉल लेवल तेजी से बढ़ता है। शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से नसें ब्लॉक होने लगती हैं जिससे हार्ट से जुड़ी बीमारियों और स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ बढ़ता है। जी हां, हम पाम ऑयल की बात कर रहे हैं। बिस्किट, चिप्स नमकीन और कई तरह के पैक्ड फ़ूड बनाने के लिए पाम ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है। चलिए जानते हैं पाम तक का इस्तेमाल करना सेहत के लिए क्यों हानिकारक है?
किससे बनता है पाम ऑयल?
पाम का तेल ताड़ के पेड़ों के फल से बनाया जाता है। यह एक खाद्य वेजिटेबल ऑयल है। जिसक इस्तेमाल प्रोसेस्ड फ़ूड, चिप्स और बिस्किट बनने के लिए किया जाता है। लेकिन जब इस तेल की भारी मात्रा आपकी बॉडी के अंदर जाती है तो इससे आपका कोलेस्ट्राल लेवल तेजी से बढ़ता है।
क्या है कोलेस्ट्रॉल?
कोलेस्ट्रॉल रक्त में पाया जाने वाला एक तरह का मोम जैसा पदार्थ है। कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार के होते हैं गुड कोलेस्ट्रॉल और बैड कोलेस्ट्रॉल जिसे एलडीएल और एचडीएल भी कहा जाता है। पाम ऑयल का ज़्यादा इस्तेमाल करने से दिल की नसों में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है जिससे फैट जमा होने लगता है। इस वजह से ब्लड फ्लो और हृदय रोग का खतरे बढ़ जाता है।
पाम ऑयल दिल की सेहत को भी पहुंचाता है नुकसान
द जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकशित एक स्टडी के अनुसार, पाम तेल कोलेस्ट्रॉल के लिए सबसे खराब तेलों में से एक है । इसमें मौजूद सैचुरेटेड फैट कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाती है। साथ ही पाम का तेल रक्त लिपिड को भी बुरी तरह से प्रभावित करता है। जिससे दिल का दौरा पड़ने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
किन तेल का करें इस्तेमाल?
अगर आप अपने आप को सेहतमंद रखना छ्हाते हैं या अगर आपका कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है तो भूलकर भी अपने खाने में पाम ऑयल का इस्तेमाल न करें। इसकी जगह वे खाना पकाने के लिए सरसों,और सूरजमुखी के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।