आने जाने वाली हर बस से वसूलते है दस दस रुपये..
अम्बिकापुर
सरगुजा की बतौली पुलिस जो की बैंक डकैती के चोरो को तो अब तक नहीं पकड़ सकी है लेकिन उस पर बस स्टैंड में आने वाली बसों से वसूली का आरोप जरूर लग रहा है। बतौली बस स्टैंड में आने जाने वाली हर बस से यहाँ तक की शासन द्वारा चालाई जा रही सिटी बस से भी बतौली पुलिस दो दलालों के जरिये वसूली करा रही है। यह बात हम नहीं कह रहे है बल्कि पुलिस की वसूली की सच्चाई बस कंडक्टर और वसूली में लगे दलाल खुद बता रहे है।
गौरतलब है की नगर पंचायत बतौली के द्वारा साफ़ सफाई के नाम पर एक महिला समूह के द्वारा प्रत्येक बस से दस रुपये का शुल्क लिया जाता है। जिसकी आड़ में बतौली पुलिस भी अपने दलालों के जरिये इन बसों से दस दस रुपये की राशी वसूल रही है। बहरहाल पुलिस के द्वारा वसूली की जा रही वसूली का कारण तो समझ से परे है लेकिन नगर पंचायत द्वारा सफाई के नाम से की जा रही वसूली के बाद भी बस स्टैंड में साफ़ सफाई का अभाव साफ़ देखा जा सकता है। वही इस मामले में नगर पंचायत के पास तो पैसे लेने का जायज कारण है लेकिन पुलिस इन बसों से किस बात का पैसा ले रही है इसका जवाब ना तो पुलिस के पास है और ना ही बस वालो के पास। वही वसूली में लगा दलाल उमेश ने बताया की पुलिस और नगर पंचायत का पैसा वसूला जाता है। यह पैसा किस चीज के लिए वसूला जाता है इसकी जानकारी इनको भी नहीं है। लिहाजा महज कमीशन के चक्कर में आदेश मिलते ही ये लोग वसूली में लग जाते है।
गौरतलब है की इस मार्ग पर दिन भर में लगभग 80 से 100 बसों का आवागन है ऐसे में प्रति बस से दस रुपये वसूले जाने से अनुमानित साल भर में लगभग तीन लाख रुपये की अवैध वसूली की जा रही है। लेकिन इस मामले में जब हमने वसूली कराने वाले अधिकारी बतौली थाना प्रभारी से बात की तो उन्होंने कहा की ऐसा नहीं है ये गलत है इस बात की जानकारी उनको नहीं है।
बहरहाल पुलिस के द्वारा उच्चाधिकारियों की सेवा के लिए इस तरह की वसूली हमेशा से की जाती है लेकिन इस वसूली का रिकार्ड शायद पुलिस विभाग के पास भी नहीं होगा। वही पुलिस के द्वारा अवैध रूप से कराई जा रही वसूली के बाद स्थानीय लोग भी पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रहे है।