जांजगीर चाम्पा। नवागढ़ ब्लाक के ग्राम अमोरा में जिस गौठान का मुख्यमंत्री ने उदघाट्न किया था। उस गौठान में फिर एक विवाद सामने आया है। अब सरपंच ने चारवाहों को मिलने वाले मानदेय लिए ग्राम पंचायत में फंड नही होने की बात कह कर ग्राम पंचायत द्वारा प्रस्ताव में नियुक्त किये तीन चरवाहों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अब तीनो चरवाहे अपनी मजदूरी की रोना रोते आज कलेक्टर के पास इसकी शिकायत किये है। चरवाहा लखेश्वर यादव,उमेन्द्र यादव,लखन यादव का कहना है कि हमारे पूर्वजो द्वारा विगत कई वर्षो से चरवाह एवं दुध निकालने का कार्य किया जा रहा है। वर्तमान मे ग्राम अमोरा मे गौठान निर्माण किया गया हैं. जिसमें हम तीनो की नियुक्ति ग्राम पंचायत प्रस्ताव पारित किया गया था। जिसमें 4000 रूपये मानदेय देने निधार्रित किया गया था। लेकिन कुछ दिनो से सरपंच द्वारा मौखिक रूप से बताया कि ग्राम पंचायत मे पास मानदेय देने के लिए राशि नही हैं तथा गाय मालिको से धान लेने की बात कही गई और हम लोग को ग्राम पंचायत मे बुलाकर प्रति गाय 30 किलो चरवाही लेने हेतु सरपंच द्वारा निर्धारित किया गया तथा गौठान का गोबर को एक़ि़त्रत कर ग्राम पंचातय को देनेे की बात की हम लोगो तैयार थे. बाउजुद गा्रम सचिव और सरपंच हम लोगो केा चरवाह से हटा दिया । जिससे हमारे आर्थिक एवं मानसिक स्थिति दयनीय हो गया हैं। इस प्रकार देखा जा रहा हैं कि जिस गौठान का देखरेख ग्राम पंचायत के पास है । उसकी देखभाल में लापरवाही बरती जा रही है। इसके पहले भी ग्राम पंचायत आमोरा के संरपच ने मिडिया के सामने गाठौन के लिए फंड का रोना रोया था बाद में अपने बाद मे विवाद बढते देख अपनी बातों से मुकर गया. वही गाठौन मे गायो की देखभाल व चारवाहो की मानदेय ,गांवो के लिए चारे की कमी नही होने की बात कही थी. लेकिन अब फिर से गा्रम पंचायात आमोरा के सरपंच फंड का रोना रो रहा है। इसके पहले भी अमोरा गाठौन विवादो मे आ गया है । जहां ग्राम पंचायत द्वारा गाठौन मे गांव एवं चारा नही होने की खबर पर खुब विवाद हुआ था। यह विवाद मुख्य मंत्री भुपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बीच टयूटर वार भी शुरू हो गया था।
प्रभारी मंत्री ने कहा था गाठौनो की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है…
जिले के प्रभारी मंत्री टीएस बाबा का प्रवास जांजगीर हुआ था। पत्रकारों द्वारा जिले के गाठौनो के लिए ग्राम पंचायत में फंड नही होने का सवाल पुछा गया था तब स्वंय प्रभारी मंत्री ने कहा था ग्राम पंचायत इसका देखरेख करेगी बाकी पूरा गाठौनो का खर्चा राज्य सरकार करेगी। किसी भी पंचायत मे गाठौैन के लिए फंड की कमी नही आयेगी।
चारवाहे के बैगर गौठान मे कौन करेगा अब गायो का देख रेख….
ग्राम पंचायत में अमोरा के गौठान मे अब चारवाहे नही होने की समस्या सामने आ रही है . यहां ग्रामीणो के अनुसार सौकडो की संख्या मे गांव मे गांये है लेकिन अब ग्राम पंचायत में गायो को गाठौन तक ले जाने के लिए चारवाहा नही होने के कारण परेशानी बड़ गया हैं अब गौठानो मे कौन गांवो का देखरेख करेगा।