बिलासपुर पुलिस और बिलासपुर की जनता ने मिलकर साइबर सुरक्षा का विश्वकीर्तिमान रच डाला है. 8 सितंबर की सुबह 7 बजे से बिलासपुर पुलिस ने बिलासपुर के लोगों से साइबर सुरक्षा का संकल्प पत्र भरवाना शुरू किया और देखते ही देखते 5 लाख से अधिक लोगों ने संकल्प पत्र भरकर यह संकल्प ले लिया कि अब से न तो वे कभी साइबर फ्रॉड के शिकार होंगे और न ही अपने से जुड़े किसी व्यक्ति को इसका शिकार होने देंगे. चंद घंटों में लाखों लोगों का एक साथ साइबर सुरक्षा को लेकर लिए गए इस संकल्प ने बिलासपुर पुलिस और बिलासपुरवासियों का नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में दर्ज करा दिया. साइबर अपराधों को बढ़ते देख एसपी प्रशांत कुमार अग्रवाल ने इस साइबर मितान अभियान की शुरुआत की थी, ताकि बिलासपुर को साइबर अपराध से मुक्त किया जा सके. धीरे-धीरे इस अभियान में बिलासपुर की जनता व अन्य लोग भी जुड़ते गए और देखते ही देखते सब ने मिलकर वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा डाला.
देर रात तक आते रहे संकल्प पत्र-
शाम 6 से 7 बजे के बीच तक पुलिस के पास 5 लाख से अधिक संकल्प पत्र आ चुके थे, जिसे पढ़कर और भरकर लोगों ने साइबर फ्रॉड का शिकार नहीं होने का संकल्प लिया. वहीं मंगलवार की देर रात तक कई क्षेत्रों से संकल्प पत्र आने जारी रहे। जिनकी गिनती अभी शेष है। संकल्प पत्र के आंकड़ें 6 लाख के पार पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है।
कैसे हुई शुरुआत और कैसे पहुंचे लक्ष्य तक-
इस अभियान की घोषणा 22 अगस्त को की गई . इस दौरान साइबर जागरूकता पर बनी शार्ट फिल्मों का टीजर भी जारी किया गया. इसके साथ ही 4 चरणों में यह अभियान बांट दिया गया. पहले चरण में 22 से 25 अगस्त तक टीमें बनाई गई. विस्तृत योजना बनाई गई. अभियान के लिए शार्ट अवेयरनेस मूवीज़, पोस्टर्स, ट्रेनिंग मटेरियल इत्यादि तैयार किया गया. दूसरे चरण में 25 से 30 अगस्त के बीच इन सभी को ट्रेनिंग दी गई.
जिसमें बताया गया कि साइबर क्राइम किस किस तरह के होते हैं और इनसे कैसे बचना है. इसी बीच तीसरे चरण की शुरुआत की गई. 25 अगस्त से 31 अगस्त के बीच प्रचार-प्रसार का काम शुरू कर दिया गया. इस दौरान साइबर लीडर्स और साइबर रक्षक तैयार किए गए. ये साइबर रक्षक चौथे चरण के दौरान 1 सितम्बर से 7 सितम्बर तक दिन-रात एक करके केवल लोगों को जागरूक करते रहे और उन्हें बताते रहे कि उन्हें किस तरह से साइबर अपराध से बचना है. इन साइबर रक्षको को उनकी जिम्मेदारी का क्षेत्र बांटा गया. जिसके बाद 8 सितम्बर की सुबह इस महाअभियान में शामिल हुए लोगों ने संकल्प पत्र भरकर साइबर क्राइम से बिलासपुर को मुक्त करने का वादा किया.
विश्व साक्षरता दिवस पर पूरा जिला हो गया साइबर क्राइम को लेकर अवेयर-
8 सितम्बर को विश्व साक्षरता दिवस के रूप में मनाया जाता है.पिछले कुछ वर्षों में पूरी दुनिया तकनीक से जुड़ी है और उसी तेजी के साथ साइबर अपराध भी बढ़ने से शुरू हो गए हैं. लॉकडाउन के समय में सोशल मीडिया और डिजिटल पेमेंट्स करने में और इजाफा होने से साइबर ठगी के प्रकरण भी बढ़े थे.
कैसे एक-एक व्यक्ति तक पहुंचे साइबर मितान-
इसके लिए पुलिस, एसपीओ, सामाजिक संगठन इत्यादि से साइबर मितान बनाए गए, जिन्होंने साइबर रक्षक तैयार किए. ये रक्षक अपने अधीन 25-25 साइबर मितान बनाया. इसके बाद सरकारी दफ्तरों, कॉलेज-कोचिंग, जिम, शॉपिंग मॉल, बाजार, होटल-रेस्टोरेंट, कॉलोनी, अपार्टमेंट, टोलप्लाजा, पेट्रोल पंप, वार्ड पार्षद-सरपंच , समितियां इत्यादि से सम्पर्क करके उन्हें जागरूक करके इनके जरिए हर एक व्यक्ति तक अभियान पहुंचाया गया, तब जाकर जिले का तकरीबन हर एक घर, हर एक वार्ड, हर एक गांव साइबर अपराध को लेकर अवेयर हो सका.माननीय
अभियान के दौरान 150 से अधिक लोग बचे फ्रॉड से-
बिलासपुर पुलिस के द्वारा चलाये गए इस साइबर मितान अभियान, एक कदम सजगता की ओर… का रिजल्ट इसी बीच हर किसी को देखने को मिला. इस अभियान के दौरान भी साइबर क्रिमिनल्स लगातार अपनी ओर से बिलासपुर के लोगों को ठगी का शिकार बनाने के लिए अलग-अलग तरह का झांसा देते रहे. लेकिन, इस अभियान के चलते लोगों तक साइबर क्राइम के तरीकों की जानकारी पहले ही पहुंच चुकी थी, जिसका यह फायदा हुआ कि इस बीच डेढ़ सौ के करीब लोग फ्रॉड का शिकार होने से बच गए.
सोशल मीडिया में शेयर की जा रहीं शार्ट फिल्में व कंटेंट-
बिलासपुर पुलिस के सोशल मीडिया के पेज से लगातार पुलिस अधिकारी लाइव आकर लोगों से रूबरू हो रहे हैं और लोगों के सवालों के जवाब दे रहे हैं. साथ ही उसके जरिए लोगों तक साइबर क्राइम से जुड़ी हुई शार्ट फिल्में व अन्य कंटेंट पहुंचाए जा रहे हैं. इसके अलावा व्हाट्सएप नम्बर 9479264100 से लोगों तक जरुरी जानकारियां पहुंचाई जा रही हैं.
जनता और जनप्रतिनिधि, सभी बने साइबर मितान-
जिले के हर एक व्यक्ति तक सैअबर रक्षक पहुंचे साथ ही 8 सितम्बर को बिलासपुर के महापौर रामशरण यादव तथा सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष सांसद अरुण साव, मस्तूरी विधायक कृष्णमूर्ति बांधी, बेलतरा विधायक रजनीश सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान तथा अन्य जनप्रतिनिधी प्रमोद नायक, अभय नारायण राय, राजेंद्र शुक्ला, नितेश सिंह, एएसपी रोहित बघेल मस्तूरी क्षेत्र के ब्लैक स्पॉट के निरीक्षण करने गए थे. जहां पर टीआई फैजुल शाह के द्वारा सड़क सुरक्षा समिति को उपलब्ध कराई गई साथ ही समिति के सभी सदस्य स्थानीय जोंधरा चौक पहुंचकर साइबर मितान कार्यक्रम की जानकारी लेते हुए साइबर संकल्प पत्र भरकर साइबर क्राइम तथा साइबर फ्रॉड के प्रति जागरूक होने का संकल्प लिया.
ये थे प्रमुख संकल्प-
– अपना ओ.टी.पी किसी से शेयर नही करूंगा.
– फोन पर ए.टी.एम कार्ड/क्रेडिट कार्ड की जानकारी किसी को नही बताउंगा.
– अपना ए.टी.एम कार्ड स्वंय उपयोग करूंगा एवं ए.टी.एम बूथ पर सावधानी रखूंगा.
– ईनाम/लाटरी/कैशबैक/लोन/बीमा/पेंशन आदि के झांसे में आकर किसी अनजान खाता में पैसा जमा नही करूंगा.
– सोशल मीडिया वाटसएप/फेसबुक/इंस्टाग्राम पर अनजान व्यक्तियों से संपर्क नही करूंगा तथा अवांछित पोस्ट वायरल नहीं करूंगा.
– सोशल आई.डी/ई-वालेट, ए.टी.एम का पासवर्ड/पिन सुरक्षित रखूंगा.
– ओ.एल.एक्स/क्विकर आदि में ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान सावधानी रखूंगा.
– गूगल सर्च से प्राप्त कस्टमर केयर के मोबाईल नंबर का उपयोग करते समय सावधानी रखूंगा.
– भुगतान हेतु अनजान नंबर से प्राप्त लिंक को क्लिक/ओपन या क्यू.आर कोड को स्कैन नहीं करूंगा.
– ऑनलाइन डेटिंग एप का उपयोग करते समय सावधानी रखूंगा.
– ई-वालेट का उपयोग करते समय सावधानी रखूंगा.
– नौकरी के चाहत में अनजान खातो में पैसा जमा नही करूंगा.