नई दिल्ली. कोरोना के इस दौर में पिछले 7, 8 महीने से स्कूल व कॉलेज बंद है। शासन द्वारा कई गाइडलाइन जारी की जाती है, जिसमे अभी लगभग कुछ ही चीजों में पाबन्दी रह गई है अन्यथा सब खुलने की कगार पर है। लेकिन इन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है बच्चो और युवाओं की पढाई, इन सारी चीजों से पढ़ाई पर काफी ज्यादा बुरा प्रभाव पड़ा है। इन्ही बातों को मद्देनजर रखते हुए गृह मंत्रालय ने स्कूल और कॉलेज की शिक्षा को ले कर कुछ गाइडलाइन जारी किये है, अनलॉक 5.0 के लिए गाइडलाइन्स के तहत पूरे देश में स्कूलों को 15 अक्टूबर से ग्रेडेड तरीके से खोला जाएगा. स्कूल और कॉलेजों को खोलने का फैसला परिस्थिति का अनुमान लगाने के बाद स्कूल या कॉलेज के मैनेजमेंट से सलाह मशवरा करके लिया जाएगा. खास बात है कि स्कूलों में अटेंडेंस को अनिवार्य नहीं होगी, अगर कोई विद्यार्थी ऑनलाइन क्लास अटेंड करना चाहेगा तो वह अपनी मर्जी से कर सकेगा।
कॉलेज खोलने की अनुमति-
वहीं कॉलेजों को खोलने के लिए शिक्षा विभाग के उच्च शिक्षा विभाग को इसके बारे में फैसला लेने की अनुमति दी गई है. जमीनी हकीकत के बारे में पता लगाने के बाद कॉलेजों को खोलने का फैसला लिया जाएगा. कॉलेज और स्कूल दोनों के लिए ऑनलाइन लर्निंग मोड को वरीयता दी जाएगी।
ये हैं गाइडलाइन्स-
• परिस्थितियों का पता लगाने के बाद स्कूलों और कोचिंग सेंटर्स को ग्रेडेड तरीके से 15 अक्टूबर से खोला जा सकेगा.
• ऑनलाइन लर्निंग को वरीयता दी जाएगी.
• अटेंडेंस को अनिवार्य नहीं बनाया जाएगा. बच्चों को स्कूल आने के लिए पैरेंट्स की अनुमति लेना जरूरी होगा.
• अगर स्कूल ऑनलाइन क्लासेज ले रहे हैं और कोई छात्र स्कूल आने के बजाय ऑनलाइन क्लास करना चाह रहा है तो स्कूल उसे ऐसा करने की अनुमति देंगे.
• राज्य और संघ शासित प्रदेश स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए एसओपी को ध्यान में रखकर खुद अपने गाइडलाइन्स तैयार कर सकते हैं. लेकिन उन गाइडलाइन्स का पालन काफी सख्ती से करना होगा.
• कटेन्मेंट ज़ोन के स्कूल बंद रहेंगे.