अम्बिकापुर. शहर के नगर पालिक निगम के 48 वार्ड के नामांकन वापस लिए जाने का आज अंतिम दिन था. लेकिन अंतिम दिन कलेक्ट्रेट परिसर मे प्रदेश के दोनो प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस नेताओ मे जमकर मारपीट हुई. ये मारपीट शहर के जाकिर हुसैन वार्ड के भाजपा पार्षद के नाम वापस लेने को हई. दरअसल भाजपा कार्यकर्ता. कांग्रेस नेताओ पर अपने प्रत्याशी पर दबाव पूर्वक नाम वापसी का आरोप लगा रहे थे.. तो कांग्रेस नेता इस मामले से इंकार कर भाजपा पर ही गुण्डागर्दी का आरोप लगा रहे हैं.
दरअसल, अम्बिकापुर के जाकिर हुसैन वार्ड से आज कांग्रेस प्रत्याशी के लिए सबसे बडी मुसीबत बने निर्दलीय प्रत्याशी इरफान सिध्दिकी ने कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष मे अपना नाम वापस ले लिया..जिसके कुछ मिनटो मे एसडीएम कार्यालय के सामने अचानक भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओ का जमावडा लगने लगा.. इसी दौरान दोनो ओर से गाली गलौज, मारपीट का दौर शुरु हो गया.. ऐसे मे वहां खडे सभी लोग स्तब्ध हो गए.. कई मिनट तक चले सियासी ड्रामा, लात घूसों के बीच जब मामला शांत हुआ. तो भाजपा नेताओ ने कांग्रेस पर जाकिर हुसैन वार्ड के भाजपा प्रत्याशी सतपाल सिंह अरोरा को अगवा कर नाम वापसी की कोशिश करने का आरोप लगाया. तो वही खुद भाजपा प्रत्याशी ने कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओ पर धन बल का दबाव देकर जबरन नाम वापसी का आऱोप लगा कर.. राजनैतिक ड्रामे को राजनैतिक बवाल मे बदल दिया है.. लेकिन दूसरी ओर कांग्रेस नेताओ ने भाजपा नेताओ पर गुण्डागर्दी का आऱोप लगाकर नाम वापसी कराने के मामले मे अपना पक्ष साफ किया औऱ कहा भाजपा प्रत्याशी अपने आप नाम वापस करने आया था..
गौरतलब है कि जाकिर हुसैन वार्ड से मौजूदा निगम सभापति और पीसीसी सचिव शफी अहमद कांग्रेस प्रत्याशी है. जबकि उनके पक्ष मे उनके पुराने विरोधी इऱफान सिध्दिकी ने विवाद के कुछ मिनट पहले ही नाम वापस ले लिया था.. ऐसे मे अगर भाजपा प्रत्याशी भी अपना नाम वापस ले लेते.. तो फिर कांग्रेस के बडे नेता और सभापति शफी अहमद निर्विरोध पार्षद चुन लिए जाते.. हालांकि इस सियासी ड्रामे के दौरान नामांकन वापसी का समय समाप्त हो गया. औऱ अब भाजपा कांग्रेस कार्यकर्ता एक दूसरे के खिलाफ कोतवाली थाने मे शिकायत भी दर्ज करा चुके हैं. लेकिन फिलहाल पुलिस ने दोनो दलो के आवेदन पर जांच का आश्वासन दिया है.
प्रत्याशी स्वेच्छा से आ रहा था.. किडनैप का सवाल ही नहीं है और गुंडागर्दी भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने की. उन्हीने गेट बंद कर दी. 15 मिनट पहले. बात उस प्रत्याशी की नहीं है. ना जाने ऐसे और भी प्रत्याशी होंगे. जिनको अंदर जाना था. लेकिन इन्होने गुंडागर्दी और दादागिरी से दरवाजा बंद कर दिया. और सामने खड़े हो गए. और लोगों को जाने नहीं दिया. ये स्पष्ट प्रजातंत्र का हनन है. जो भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने किया है. किस षड्यंत्र के तहत. इतना बड़ा कलेक्टोरेट है. यहाँ पुलिस लगी है. लोग स्वेच्छा से आ रहे हैं. जो जा रहे हैं स्वेच्छा से जा रहे हैं. और ये आरोप वो लगाए गए. जिसके किडनैप की बात चल रही है. हमारे घर में चोरी हुई है तो हम बात करेंगे की पडोसी बताएगा. ये उनका आरोप निराधार और सरासर गलत है. और अपनी गुंडागर्दी छिपाने के लिए ये बातें कर रहे हैं.
- जेपी श्रीवास्तव, सरगुजा कांग्रेस प्रवक्ता
आज ढाई बजे जब आधे घंटे बचे थे नामांकन वापस लेने के लिए. तो कांग्रेस और जाकिर हुसैन वार्ड के प्रत्याशी शफी अहमद खान और उनके कुछ अपराधी तत्व वाले कुछ गुर्गे. वो हमारे प्रत्याशी सतपाल सिंह अरोरा को उठाकर ले जा रहे थे. जब मैंने रोकने का प्रयास किया तो मेरे ऊपर गाडी चढाने का प्रयास किया गया. और मैंने फिर लगातार उनका पीछा करते करते देव होटल के पास गया तो मुझे फिर से उन्होंने गाडी चढाने का प्रयास किया. जिसके बाद मैंने पार्टी कार्यालय में फ़ोन किया. और लोगों से अपील किया की आप लोग कलेक्टोरेट में आइये. ताकि हम अपने प्रत्याशी को अपने पास ले सके. और फिर अंततः हमलोग ने कामयाबी पाई. ये जबरजस्ती दबाव बना रहे थे उनके ऊपर की तुम अपना नाम वापस ले लो. ताकि हम निर्विरोध चुनाव् जीत सके.
- वेदांत तिवारी, भाजयुमो कार्यकर्त्ता
आज तहसील कार्यालय से जब मैं वापस अपने घर पहुंचा. तो आजाद खान और उनके कुछ साथी. उनके द्वारा मुझे प्रलोभन दिया गया. की आप कांग्रेस के पक्ष में अपना नाम वापस लें. मेरे इंकार करने पर मुझपर बार बार दबाव डाला. और उसके बाद मेरी फाइल उन्होंने अपने पास रख ली. और मुझे कहा की चलिए आते हैं. और मुझे अपनी एक सफ़ेद स्विफ्ट गाडी में मुझे बैठाकर वो लोग नामांकन वापसी के लिए लाने का प्रयास करने लगे. इस बिच में मेरे भाजपा के कुछ साथियों ने उन्हें रोकने की भी कोशिस की. लेकिन किसी तरह से वो सफल हो गए. और मुझे तहसील कार्यालय तक ले गए. मेरा नाम वापिस लेने का कोई ऐसा विचार नहीं था. चूँकि ये मेरे परिवार के प्रति. पार्टी भी जवाबदेही है और प्रशासन भी. तो मैं मीडिया के माध्यम से निवेदन करूँगा. की मेरे परिवार की सुरक्षा के लिए इंतजाम करें. कांग्रेस के जो लोग ऐसा कृत्य किये हैं. वो किसी भी हद तक जा सकते हैं.
- सतपाल अरोड़ा, भाजपा प्रत्याशी, वार्ड नम्बर 28
हमारे वार्ड के प्रत्याशी सतपाल सिंह अरोरा को किडनैप करके और वहां के जो कांग्रेस के उम्मीदवार हैं शफी अहमद के द्वारा यहाँ पे लाया गया. और उसे जबरन नाम वापसी का प्रयास किया जा रहा था. हमलोग के द्वारा रोका गया. किसी तरह से हमलोगों ने उन्हें रोकने में सफलता अर्जित की. लेकिन कांग्रेस का ये चरित्र है. जब जब ये कांग्रेस सत्ता में आती है. तब तब इस प्रकार की हरकत करती है. आपको याद होगा आज से 15 साल पहले जब इलेक्शन हो रहे थे. तब कांग्रेस की सरकार थी. दिग्विजय सिंह के समय में जब नगर निगम का चुनाव हो रहा था. दर्रीपारा में, पर्राडाँड़ में यही शफी अहमद इसी प्रकार से निर्विरोध निर्वाचित हुए थे. और ये निर्विरोध निर्वाचित होने का कौन सा तरीका है भई. आप लोकतंत्र में भरोसा रखते हैं. आपको अपने वोटों का अधिकार है. सब प्रकार से आपके सुविधा के लिए है. और इस तरीके से कार्यकर्त्ता जो रोकने का प्रयास कर रहे थे. उनके ऊपर गाडी चढाने का प्रयास किया गया. वेदांत तिवारी के ऊपर, ये सत्ता का अपना रंग दिखा रहे हो. ये लोकतंत्र पर आपकी भरोसा है. हमलोग इस बात की कड़ी निंदा करते हैं. निवेदन करते हैं आपलोगों से की इस प्रकार की जागरूकता बना के रखें. और इनसे पूछिए इनके नेताओं से की नगर निगम के नेता की ये स्थिति रहने वाली है. इस प्रकार से ये अपना चुनाव जितने वाले हैं. जिनपर आपलोगों से भरोशा किया. सभापति 05 साल बनाकर रखे. बहुत सज्जन चेहरा दिखा करके, बहुत आदर्श चेहरा दिखाने का प्रयास किया जाता है.
- भारत सिंह सिसोदिया, प्रदेश महामंत्री, किसान मोर्चा भाजपा