पत्नी को समय नही दें पा रहे हैं…पत्नीयां घर छोड़कर मायके जा रही हैं…पुलिस लाइन के आरक्षकों ने एसपी से लगाई गुहार…

जांजगीर चाम्पा। जांजगीर पुलिस लाइन के आरक्षकों ने लिखित में आवेदन देकर एसपी से अपने घरेलू समस्याओं को लेकर गुहार लगाई है.आवेदन में कहा है कि सुबह घर मे बच्चों को स्कूल छोड़ने जाना होता हैं, घर के काम मे पत्नियों का हाथ बढ़ाना पड़ता हैं, लेकिन जांजगीर पुलिस में पदस्थ आर.आई.(रक्षित निरीक्षक) द्वारा गणना के लिए सुबह 6 बजे से बुला लिया जाता है.जिससे हम घर मे काम नही कर पाते जिसके कारण आये दिन पत्नियों से झगड़ा होता है. अब तो पत्नियां रोज -रोज की इस समस्याओं को देखते हुए मायके जा कर रहने लगी हैं.

पुलिस लाइन के आरक्षकों ने आवेदन में कहा है कि पुलिस लाइन जांजगीर में रक्षित निरीक्षक आपके अधीनस्थ पदस्थ होकर कार्यरत है। श्रीमान जी हमें सवेरे 6 बजे गणना हेतु बुलाया जाता है एवं फटीक करायी जाती है उसके बाद 10 बजे सबेरे पुनः ड्यूटी के लिए बुलाया जाता है एवं ड्यूटी ली जाती है। इसके बादाम 4 बजे पुनः गणना हेतु लाया जाता है एवं फटीक, कराची जाती है, उसके बाद शाम 7:30 बजे पुनः गणना में बुलाया जाता है। यह बार-बार का गिनती हाजरी के नाम पर बुलाकर फटीक कराये जाने से हमें आर्थिक एवं मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

श्री मान जी सवेरे 6 बजे से रात 11 बजे तक भी हमारी ड्यूटी रहती है एवं सवेरे 6 बजे सभी के घरों में बच्चों को स्कूल भेजना एवं घर के कार्यों अपने पत्नी का सहयोग कर हम ड्यूटी हेतु प्रातः 10 बजे उपस्थित हुआ करते थे, जबसे रक्षित निरीक्षक प्रदीप जोशी सर आये है तब से हमारे घरो में लड़ाई-झगड़े शुरू हो गये है एवं कई आरक्षको की पत्नीयां उन्हें छोड़कर मायके में रहने चले गयी है, क्योंकि हमें सवेरे गणना कराकर फटीक कराये जाने से घर के कार्यों में बिलकुल सहयोग नहीं कर पा रहे है एवं बच्चो को स्कूल भेजने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। श्रीमान जी हम ट्रेन्ड आरक्षक है। इसके बाद भी हमें नव आरक्षको के जैसे फटीक के कार्यों को प्रतिदिवस लिया जा रहा है जिससे हमें बार बार आने जाने से आर्थिक तंगी का एवं मानसिक तंगी का भी सामना करना पड़ रहा है। रक्षित निरीक्षक प्रदीप जोशी सर से गुजारिश करने पर नौकर छोड़ दो कहते है।
अतः आपसे हमारा विनम्र अनुरोध है कि सवेरे 6 बजे की प्रातः गणना एवं फटीक को माफ करने की सादर कृपा करें।