हर किसी के जन्म मरण का एक निश्चित समय होता है पर प्रकृति के द्वारा बनाए गए नियमों का उल्लंघन करें तो इससे आने वाला परिणाम भी बेहद खतरनाक होता है। ऐसा ही एक कुछ इस महिला के साथ देखने को मिला जो अपने गर्भ में एक, दो या नौ महिने के बच्चें को नही रखें थी बल्कि पूरे 46 साल के बच्चे को अपने गर्भ पर रखे हुए थी। सभी को चौंका देने वाली ये घटना है मोरक्को के एक छोटे से गांव की, जहां पर जेहरा अबोउतालिब नामक महिला।
गर्भ धारण के समय 26 साल की थी। वर्ष 1955 से ही उस महिला के गर्भ में नवजात बच्चा पल रहा था, अपना समय चक्र पूरा करने के बाद जब उस महिला को लेबर पेन हुआ तब उसे तुंरत ही हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसकी बिगड़ती हालत को देख डॉक्टरों ने उसे ऑपरेशन करने पर जोर दिया।
लेकिन जेहरा ऑपरेशन के लिए तैयार नहीं थी उसे अपनी जान का खतरा महसूस होने लगा और इस डर से वो हॉस्पिटल से भाग गई। पेट में होने वाले दर्द को लगातार सहती रही। फिर एक समय के बाद उसका बच्चा पेट में ही मर गया और उसने बच्चे को बाहर आने से भी रोक दिया। इस तरह दिन गुजरते हुए 75 साल के बाद जब दुबारा पेट में दर्द उठा तब वो डॉक्टर के पास पहुंची, जांच पूरा करने के बाद जब रिपोर्ट बनकर सामने आई तो डॉक्टर भी इस बात को जानकर हैरान हो गए। 75 साल पहले पेट पर रखा बच्चा पत्थर बन चुका था। जिसे ऑपरेशन करने के बाद जब बाहर निकाला गया तब वह पूरी तरह से सड़कर दो टुकड़ों में बंट चुका था।