अहमदाबाद/मुंबई
तेरह हजार आठ सौ करोड़ से ज्यादा के कालेधन का खुलासा करने वाले अहमदाबाद के महेश शाह ही नहीं मुंबई के अब्दुल रज्जाक मोहम्मद सैयद के परिवार ने भी सरकार के इनकम डिस्क्लोजर स्कीम के तहत दो लाख करोड़ रुपये के कालाधन को सफेद करने की बात कहकर तहलका मचा दी. अब जब पड़ताल की गई तो पता चला है पूरा का पूरा मामला ही फर्जी है.
अब आयकर विभाग मामले की तह तक जाने की बात कर रहा है. पहले पूरे परिवार को जानिए- अब्दुल रज्जाक मोहम्मद सैयद के बेटे का नाम है मोहम्मद आरिफ अब्दुल रज्जाक सैयद. पत्नी हैं रुखसाना अब्दुल रज्जाक सैयद और बहन हैं नूरजहां मोहम्मद सैयद. पता है, फ्लैट नंबर 4, ग्राउंड फ्लोर, जुबली कोर्ट, 269-बी, लिंक रोड , बांद्रा वेस्ट, मुंबई.
मुंबई के बांद्रा इलाके में रहने का दावा करने वाले सैयद परिवार के इन्हीं चारों लोगों ने मिलकर नोटबंदी से पहले सरकार की तरफ से लाए गए इनकम डिस्क्लोजर स्कीम के जरिए अपने कालाधन को सफेद करने की कोशिश की. सैयद परिवार ने बताया कि इनके पास कुल दो लाख करोड़ का कालाधन है, लेकिन जब सरकार और आयकर विभाग ने इनकी जांच की तो पूरा का पूरा मामला ही फर्जी निकाला. एबीपी न्यूज भी सैयद परिवार की हकीकत जानने के लिए बांद्रा में उनके फ्लैट पहुंचा. लेकिन यहां इस नाम का कोई नहीं मिला.
आयकर विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक सैयद परिवार के तीन सदस्यों के पैन कार्ड अजमेर के पते पर बने हैं और इसी सितंबर में ये लोग मुंबई आए, जहां से इन्होंने इनकम डिस्क्लोजर स्कीम के तहत अपने पास दो लाख करोड़ रुपये होने का खुलासा किया. सैयद परिवार का पता जिस बिल्डिंग में बताया गया था वो किसी कंपनी के नाम है.
इसी फर्जीवाड़े की वजह से आयकर विभाग ने अब बयान जारी कर कहा है कि सैयद परिवार के दो लाख करोड़ को इनकम डिस्क्लोजर स्कीम के तहत घोषित किए 65 हजार करोड़ की रकम में नहीं जोड़ा गया है.
शक ये है कि गुजरात के कारोबारी महेश शाह की तरह की सैयद परिवार के नाम पर कोई और अपनी काली कमाई सफेद करने की फिराक में था. आयकर विभाग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक IDS स्कीम में देश में अब तक 71 हजार 726 लोगों ने अपने काले धन का खुलासा किया. उन सबकी कुल काली कमाई जोड़कर 67 हजार 382 करोड़ तक पहुंची है.
इन 71 हजार 726 लोगों पर महेश शाह और सैय