आपने करण-अर्जुन फिल्म तो देखी ही हुई होगी जिसका नाम आज भी हर बच्चों के मुंह से सुना जा सकता है। पर इसी तरह की स्टोरी किसी की रियल लाइफ में हो तो यह जानकर बड़ा ही आश्चर्य होगा। पर हम आपको बता दें कि ये बात सच है कि बचपन में गुम हुए दो जुड़वा बच्चे 15 सालों के बाद एक फेसबुक के द्वारा आपस में दोबारा एक-दूसरे से मिल गए।
यह मामला पंजाब का है, करीब15 साल 6 महिने पहले जन्म लेते ही इन बच्चों को हालात ने अलग कर दिया। लेकिन किस्मत से करीब एक सप्ताह पहले इन दोनों भाईयों को फेसबुक ने आपस में मिला दिया। इन दोनों भाईयों के मिलने का सबसे बड़ा कारण इनकी फेसबुक प्रोफाइल पर लगी फोटो थी। जिसमें दोनों की शक्ल इतनी मिलती-जुलती थी कि वे दोनों अपनी फोटों देख एक दूसरे से चैटिंग पर लड़ाई-झगड़ा करने लगें। दोनों एक दूसरे को फोटो के गलत इस्तेमाल का दोष देते रहे, पर आगे जब इस राज का खुलासा हुआ, तो ये दोनों ही भाई चौंक गए।
एक भाई लुधियाना तो दूसरा जालंधर में रहता था
ये कहानी हेमंत और शिवम नाम के दो जुड़वा भाईयों की है जिन्हें घर के हालातों ने मजबूर होकर अलग कर दिया था, बताया जाता है कि दोनों बच्चों की तलाकशुदा मां मीनाक्षी नामक महिला ने 14 सितंबर 2001 को दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था, पर आर्थिक परेशानी के चलते वो उन दोनों का भरणपोषण करने में असमर्थ थी। जिसके कारण वो एक बच्चे को गोद देना चाहती थी। जब इस बात का पता एक दपंती को हुआ तो वो तुंरत ही बच्चे को गोद लेने चले आए।
जालंधर में पेशे से पत्रकारिता का काम कर रहे अर्जुन शर्मा और उनकी पत्नी अंजलि ने मीनाक्षी के एक बच्चे को गोद लेने के बाद उसका नाम हेमंत रख दिया और उसे वह अपने साथ जालंधर ले गए। अर्जुन और अंजलि ने उसे इतना प्यार दिया जिससे उसे इस बात का कतई पता ना चल सके कि वो गोद लिया हुआ है। अब दूसरी ओर उसका दूसरा जुड़वां भाई शिवम लुधियाना में अपनी मां मीनाक्षी के साथ रहकर अच्छे से पलने लगा।
जुड़वा भाई की बात जानने के बाद हेमंत के बर्ताव में आ गया बदलाव
आखिरकार एक लंबे समय के बाद दोनों को इस बात का पता चल ही गया कि वो दोनों भाई जुड़वा है,वहीं दूसरी ओर हेमंत को भी पता चल गया कि उसकी मां असली नहीं है और वो इनका गोद लिया हुआ पुत्र है, वही शिवम को भी इस बात का पता चल गया है कि उसका कोई दूसरा भाई भी है। पर ये लोग कहां रहते है इस बात को पता दोनों पार्टी को नहीं था। अब दोनों भाई इस सच्चाई का पता लगाने के लिए जी जान एक करने लगें।
इन दोनों ने जब फेसबुक पर अपनी-अपनी फोटों देखी तो एक दूसरे को पहचान लिया। इसके बाद दोनों नें वीडियो कॉलिंग करके एक दूसरे से बात की और दोनों ने ही जालंधर में मिलने की बात को तय किया। अगले दिन ही शिवम हेमंत से मिलने जालंधर जा पहुंचा। दोनों भाई एक दूसरे से मिलकर काफी खुश हुए। हेमंत ने भी अपनी मां अंजलि से शिवम को मिलवाया, जिसे देखकर अंजलि भी भावुक हो रो पड़ी। अब वो कहती हैं कि उनका एक नहीं दो बेटे हैं। संजोग की बात देखिए, भलें ही दोनों एक दूसरे से 67 कि.मी की दूरी पर अलग रह रहे थें। पर इनके साथ होने वाली सारी एक्टीविटी एक जैसी थी। दोनों की सोच से लेकर उनका खानपान, रहन-सहन, सब कुछ एक ही जैसा ही था। फिलहाल अभी दोनों बच्चों को दो-दो मां का प्यार मिल रहा है लेकिन आगे क्या होता है, ये बता पाना असंभव है।