अम्बिकापुर (क्रांति रावत) उदयपुर वन परिक्षेत्र में गज आतंक पिछले एक सप्ताह से लगातार जारी है.11 हाथियों का दल अभी भी महेशपुर के जंगल मे डटा हुआ है. शनिवार की शाम को हाथियों ने मोहनपुर उपकापारा में मंगलू का घर को तोड़ दिए है . हाथी रोज शाम को 5 बजे के बाद बस्ती और धान के खेत की ओर निकलते है अभी तक 20 से 30 एकड़ धान की फसल बर्बाद कर चुके है. फसल बर्बाद करने के बाद हाथी वापस महेशपुर जंगल मे डेरा जमा लेते है.
दिन भर घने जंगलों के बीच आराम फरमाने के बाद फिर से शाम को अपनी भोजन की तलाश में निकल पड़ते है. आसपास ग्रामो महेशपुर, मानपुर, जगरनाथपुर, लक्ष्मण गढ़, फुनगी, रामनगर सहित अन्य गाँवों के ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर है. लोग जान माल की हिफाजत के लिये रात्रि जागरण को विवश है. ग्राम वासी पटाखा, मशाल टार्च आदि का सहारा लेकर अपनी तथा अपने परिजनों की रक्षा कर रहे है. हाथियों को गांव की ओर आने से रोकने के लिए वन विभाग द्वारा बेरिकेडिंग की जा रही लाउडस्पीकर से हाथियों के रूट के बारे में ग्रामीणों को सचेत किया जा रहा है.
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हाथियों को वापस उनके आये हुए रास्ते रामनगर डॉडग़ांव या लखनपुर वन परिक्षेत्र की ओर निकालने का प्रयास जारी है. वन विभाग की टीम में वनपाल श्याम बिहारी सोनी, वन रक्षक गिरीश बहादुर सिंह, शशिकांत सिंह, दिनेश तिवारी, बुधसाय, धनेश्वर पैकरा, ऋषि कुमार रवि, दैनिक वेतन भोगी स्टॉफ शिव प्रसाद यादव, कृष्णा यादव, धरभरन राम, भोला, धनेश्वर यादव, अशोक, चालक मनोज जायसवाल सहित अन्य लोग शामिल है.