ग्राहकों के खाते से कट रही राशि और व्हीएलई को नहीं हो रहा भुगतान
डिजीटल इंडिया अभियान को झटका
रायपुर देश को डिजीटल बनाने की बात हो रही है। वहीं परेशानियां हैं कि पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रही। सामान्य सेवा केन्द्र के संचालक डिजी सेवा पोर्टल से तो परेशान थे ही वहीं अब डिजी पे सर्विस भी परेशानी का सबब बन गई है।
दरअसल ग्राहकों के बैंक खाते से राशि आहरण व जमा करने की सुविधा डिजी पे सर्विस के माध्यम से दी जाती है। इस सर्विस में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई है। पहली ये कि आधार किसी का और बैंक खाता किसी और का लिंक है। इसके कारण दूसरे व्यक्ति का पैसा किसी अन्य व्यक्ति को हो जा रहा है। वहीं दूसरी ओर ग्राहकों के खाते से राशि कट जा रही है और व्हीएलई के खाते में समायोजित नहीं हो रही है। इसके कारण ग्राहकों को तो पैसा व्हीएलई को देना पड़ जा रहा जबकि उसे सीएससी राशि नहीं दे पा रही है। इस संबंध में जिला स्तर के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने राज्य स्तर के अधिकारियों को मेल फारवर्ड कर दिया है। वहीं राज्य स्तर के अधिकारियों का कहना है कि डिजी का पैसा फंसेगा नहीं व्हीएलई को मिल जाएगा परन्तु आज तक किसी भी व्हीएलई की राशि वापस नहीं जा सकी है। दरअसल सीएससी इसी प्रकार से राशि को रोककर अपना उल्लू साधता है। कई सर्विस में सीएससी इसी तरीका को अपनाकर लाखों रुपए कमा रहा है और जिस व्हीएलई के दम पर ये कमा रहे उसी को चूना लगाए जा रहे हैं।