अम्बिकापुर संत हरकेवल बीएड कॉलेज में प्रबन्धन की मनमानी, छात्र छात्राओं से बात बात पर अवैध वसूली सहित अन्य समस्याओं को लेकर युवा कांग्रेस ने आज कॉलेज का घेराव किया। इस दौरान युवा कांग्रेस ने प्रबन्धन पर 8 माह की गर्भवती छात्रा को फेल करने की धमकी देकर जबरन कॉलेज के प्रोग्राम में जबरन डांस कराने का गंभीर आरोप भी लगाया। हैरानी की बात तो यह रही कि प्रदर्शन के दौरान कॉलेज की कुछ छात्राएं ही प्राचार्य के पक्ष में बाहर आ गई व प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं से बहस करने लगी जिससे विवाद की स्थिति उत्पन्न होते देख पुलिस को बीच मे हस्तक्षेप करना पड़ा। घटना की सूचना पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट व सीएसपी ने युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को समझाइस देकर मामला शांत करवाया। इसके साथ ही प्रबन्धन से चर्चा कर छात्रों की समस्याओं के निराकरण के निर्देश दिए।
शनिवार को युवा कांग्रेस के जिला महामंत्री सतीश बारी व एनएसयूआई के विस उपाध्यक्ष आशीष जायसवाल के नेतृत्व में दर्जनभर से अधिक कार्यकर्ता दत्ता कॉलोनी स्थित संत हरकेवल बीएड कॉलेज पहुंचे थे। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि संत हरकेवल बीएड कॉलेज में छात्रों से माइग्रेशन बनवाने के नाम पर 2-2 हजार रुपए की वसूली की गई जबकि इसका रशीद तक छात्रों को नही दिया गया। उन्होंने बताया कि सरगुजा विश्विद्यालय के नियम अनुसार माइग्रेशन बनवाने के लिए अधिकतम 202 रुपए का शुल्क लगता है इसके बावजूद प्रबन्धन छात्रों से अवैध वसूली कर रहा है। इसके साथ ही अनुपस्थिति दंड के नाम पर प्रतिदिन 25 रुपए और टेस्ट के दौरान 100 रुपए लिया जाता है। 80 प्रतिशत से कम उपस्थिति रखने वाले छात्रों से एक प्रतिशत उपस्थिति बढ़ाने के लिए 500 से एक हजार रुपए तक का शुल्क लिया गया। मॉडल पेपर नही देने पर 500 रुपए प्रति पेपर लिया जाता है। इन सब अवैध उगाही की छात्र छात्राओं को रशीद तक नही दी जाती है। कॉलेज में व्याप्त समस्याओं की शिकायत विवि व जिला प्रशासन से की जा चुकी है परंतु अब तक इस दिशा में कोई कड़ी कार्रवाई अब तक नही की गई। कार्यकर्ता प्राचार्य को हटाने की मांग कर रहे थे। इस दौरान सूचना पर पहुंचे सीएसपी आरएन यादव को छात्रों ने ज्ञापन सौपा।
मानवता को शर्मसार करने की घटना
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने बताया कि कॉलेज में बीएड प्रथम वर्ष की एक शादी शुदा छात्रा 8 माह की गर्भवती थी। छात्रा को कॉलेज के इस नियम की जानकारी पहले नही दी गई थी। उन्होंने बताया कि छात्रा के गर्भ से होते हुए भी एक माह पूर्व उसे कॉलेज के एक प्रोग्राम में दबाव बनाकर जबरन डांस करवाया गया। इस घटना से छात्रा काफी व्यथित है। इसके साथ ही छात्रा ने भी मामले में अधिकारियों के समझ न्याय की गुहार लगाई है।
पुलिस की भी नही सुनी छात्राओं ने
आज कॉलेज प्रबंधन के पक्ष में कॉलेज की कुछ छात्राएं परिसर से बाहर निकल आई और प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं से बहस करने लगी । मामला बिगड़ता देख जब गांधीनगर टीआई प्रशिक्षु डीएसपी दीपक मिश्रा ने उन्हें समझाने का प्रयास किया तो उन्होंने पुलिस की भी नही सुनी। अनन्तः पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद पुनः उन छात्राओं को वापस भेजा। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन के पक्ष में बार कॉउन्सिल के अध्यक्ष समेत अन्य अधिवक्ता पदाधिकारी भी कॉलेज पहुंच गए थे।
भड़के सिटी मजिस्ट्रेट
आज धरना प्रदर्शन की सूचना मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट प्रभाकर पांडेय भी कॉलेज पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कॉलेज के प्राचार्य अंजन सिंह से उनके कक्ष में मुलाकात की। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि शहर में और भी कई कॉलेज है फिर हर बार आप के ही कॉलेज के विरुद्ध क्यो गंभीर आरोप लगते है। अगर छात्रों को कोई शिकायत है तो इसका निराकरण कॉलेज स्तर पर किया जाए। इसपर अंजन सिंह ने कहा कि उनपर लगाए सारे आरोप बेबुनियाद है। कॉलेज में किसी प्रकार की कोई समस्या नही है और अगर किसी को समस्या होती है तो वो इसकी शिकायत कर सकता है। जिसपर सिटी मजिस्ट्रेट श्री पांडेय ने उन्हें कॉलेज में छात्रों व प्रोफेसर की एक कमेटी बनाने व शिकायत पेटी रखने के निर्देश दिए। कमेटी हर महीने शिकायत पेटी को खोल कर समस्याओं का समाधान कर सके। इसके साथ ही उन्होंने स्पस्ट तौर पर कहा कि शिकायत की जांच की जाएगी और जांच में दोषी साबित होने पर कार्रवाई की जाएगी।
छात्र ने मांगी सुरक्षा
आज प्रदर्शन के दौरान प्रबन्धन के ख़ौफ़ से कोई भी छात्र सामने आने को तैयार नही था। झारखंड पलामू के मुकेश कुमार सिंह ने हिम्मत दिखाई और परिसर से बाहर आकर सीएसपी को बताया कि उसने प्राचार्य को माइग्रेशन के लिए 2000 रुपए दिए है। इसके साथ ही छात्र ने प्रबन्धन से खुद को परेशान करने व भविष्य में किसी अनहोनी घटना की संभावना व्यक्त करते हिई सुरक्षा की मांग की जिसपर सीएसपी ने उससे कहा कि फिलहाल किसी प्रकार की सुरक्षा नही दी जा सकती। अगर कोई परेशानी होती है तो वे शिकायत कर सकते है।
चल रही है जांच : डॉ. रोहिणी प्रसाद कुलपति एसयू
संत हरकेवल बीएड कॉलेज की जांच फिलहाल जारी है। जांच रिपोर्ट आने पर जो भी दोषी होगा उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।