उदयपुर क्रान्ति रावत प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी महाषिवरात्रि के अवसर पुरातात्विक दर्षनीय स्थल देवगढ़ एवं महेषपुर में मेला समिति द्वारा तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाषिवरात्रि से एक दिन पूर्व बुधवार से ही श्रद्धालुओं का तांता महेषपुर एवं देवगढ़ में जुटने लगा था। गुरूवार को जलाभिषेक के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु लाईन लग कर भगवान भोलेनाथ का दर्षन कर जल अर्पण किए। कार्यक्रम के प्रथम दिन शासन द्वारा प्रायोजित महेषपुर महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें स्थानीय एवं ब्लाॅक स्तर के विद्यालयीन छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। महाषिवरात्रि के ही दिन एक दिवसीय महेषपुर महोत्सव का औपचारिक समापन भाजपा जिलाध्यक्ष अखिलेष सोनी एवं मण्डल अध्यक्ष राधेष्याम सिंह की उपस्थिति में किया गया। औपचारिक समापन के बावजृद लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ और स्थानीय लोगों कलाकारों की प्रस्तुति महेषपुर मेला समिति के तत्वाधान में जारी रही। वनांचल क्षेत्र की नाट्य मंडलियों ने विभिन्न पौराणिक एवं ऐतिहासिक प्रसंगों पर मनमोहक प्रस्तुति दी। ग्राम पंचायत मानपुर, रामनगर, मोहनपुर एवं आसपास के दर्जनों ग्रामों के ग्रामीण स्तर के स्थानीय कलाकारों का कार्यक्रम रखा गया जिसमें सैकड़ों प्रतिभागियों ने अपनी कला का प्रदर्षन किया तथा उपस्थित जन समुह का मन मोह लिया। मेला में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा समिति द्वारा भण्डारा की व्यवस्था मौके पर ही की गई थी। शैला सुआ एवं डंडा नृत्य वालों ने मनमोहक प्रस्तुति दी उत्कृष्ट प्रदर्षन करने वाले प्रतिभागियों को मेला समिति के द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया। मेला आयोजन समिति के संरक्षण एवं प्रोत्साहन से महेषपुर उत्सव ग्रामीण अंचल में छुपे हुए कलाकारों के लिए उत्कृष्ट मंच साबित होता जा रहा है। कार्यक्रम के सफल आयोजन में जनपद अध्यक्ष राजनाथ सिंह, मेला समिति के अध्यक्ष शुभ्रा सिंह, सुमिरन सिंह जनपद सदस्य, सचिव नरेष, उपाध्यक्ष भुलन, रोहित सिंह सरपंच रामनगर, लालजी यादव, रामानंद सिंह, नरेष मिश्रा, नीलकंठ यादव, चित्रमणी, सिया, दिलीप सिंह, अमर सिंह सहित अन्य लोगों का सराहनीय योगदान रहा। इसी तरह भक्ति और आस्था के प्रतीक अर्द्धनारीष्वर भगवान भोलेनाथ की पावन स्थली देवगढ़ में भी भव्य मेला का आयोजन हुआ। यहां तीन दिन तक चले आयोजन में लगभग पचास हजार श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में जलार्पण कर मत्था टेका तथा स्वयं के साथ क्षेत्र के उन्नति एवं विकास की मंगल कामना की। समिति के सदस्यों एवं प्रषासन द्वारा मेला के लिए चाक चैबंद व्यवस्था की गई थी। मंदिर परिसर में बेरिकेटिंग की गई थी जिससे आसानी से लोग दर्षन कर पाए। उदयपुर पुलिस द्वारा थाना प्रभारी युगल किषोर नाग के नेतृत्व में सुरक्षा की चाक चैबंद व्यवस्था की गई थी।