देखा जाए तो आज के समय में कई ऐसी बीमारियां हैं जिनके बारे में लोग नहीं जानते हैं और बाद में वे भ्रम या अंधविश्वास का शिकार हो जाते हैं। जी हां, आज के समय में ऐसी कई बीमारियां हैं जिनके बारे में बहुत बड़ी संख्या में लोग नहीं जानते हैं और यदि कोई इंसान उनमें से किसी बीमारी का शिकार हो जाता है, तो बहुत से लोग उस व्यक्ति की बीमारी को या तो किसी प्रकार का चमत्कार मान लेते हैं या फिर किसी प्रकार की शैतानी शक्ति और उस बीमारी को खत्म करने के लिए तरह-तरह के उपाय खोजते हैं।
कुछ लोग अपने धर्म के मुताबिक धार्मिक क्रियाएं करते हैं, तो कुछ लोग तांत्रिक आदि का सहारा लेते हैं, पर सच्चाई यह है कि आज विज्ञान काफी उन्नति कर चुका है और वर्तमान में ऐसी बीमारियों का सही उपचार मौजूद है। देखा जाए तो इस प्रकार की बीमारी मानसिक होती हैं और इसी क्रम में आज हम आपको एक ऐसी मानसिक बीमारी के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं, जिसके कारण एक साधारण व्यक्ति आदमखोर बन जाता है तथा उसको मानव मीट खाने की तथा खून पीने की तलब लगने लगती है। आइए जानते हैं इस मानसिक बीमारी के बारे में।
सामान्य इंसान को आदमखोर बनाने वाली इस मानसिक बीमारी का नाम “वेंडिगो डिसऑर्डर” है। यदि यह मानसिक बीमारी किसी को हो जाती है, तो उसके अंदर इंसानी खून को पीने की तलब लगने लगती है तथा इंसानी मीट को खाने की इच्छा जागने लगती है। इस हालत में बीमार व्यक्ति कहीं न कहीं से भी इंसानी मीट का जुगाड़ करने में जुट जाता है और धीरे-धीरे वह अन्य लोगों का कत्ल भी करने लगता है यानी एक सामान्य व्यक्ति एक बड़ा अपराधी बन जाता है तथा एक आदमखोर का जीवन बिताने लगता है। पश्चिमी देशों में ही यह बीमारी अधिकतर देखने को मिलती है।