जांजगीर चाम्पा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अवैध खनन और परिवहन पर सख़्ती के निर्देश के बाद कार्यवाही शुरू होते ही रेत माफिया गुंडागर्दी करते सड़क पर उतर आए हैं लगातार ग्रामीणों एवं खनिज अधिकारियों पर कार्यवाही नहीं करने का दबाव बना रहे हैं। वही रेत का रेट बढ़ाकर अब ₹25 सौ रुपये में बेच रहे हैं जिसको लेकर जिला प्रशासन चुप्पी साधे हुआ है । रेत माफिया एक तरह से राज्य सरकार के फैसले को ही चुनौती देने की कोशिश कर रहे हैं । बता दें कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जिले में अवैध रेत उत्खनन और परिवहन कर्ताओं पर शिकंजा कसा गया है जिसके चलते दर्जनों वाहन की जब्ती बनाई गई जिसे थाने में रखा गया है। मगर प्रशासन की इस कार्रवाई से नाराज रेत माफिया अवैध उत्खनन और परिवहन में अब रोड़ा डाल रहे हैं इसके लिए रेत माफिया अब खनिज अधिकारी पर दबाव बना रहे हैं। वही ब्लैक मार्केटिंग को बढ़ावा दे रहे हैं। पकड़े जाने पर रेत माफिया द्वारा बैक डेट डालकर लॉयल्टी पर्ची खनिज विभाग में जमा कर रहे हैं ।जिसके चलते खनिज विभाग के अधिकारियों को भी काम करने में परेशानी हो रही है। जिले में जब से रेत उत्खनन में बाहरी लोगों को ठेका का काम मिला है तब से लेकर अब तक उत्खनन एरिया में लगातार ग्रामीण भी इनके रवैए से परेशान हैं वही रेत माफिया ग्रामीणों को भी डरा धमका कर परेशान कर रहे हैं । ग्रामीण जब इन की काली करतूत की पोल अधिकारियों के पास खोलते हैं तो रेत माफिया ग्रामीणों के साथ मारपीट करते हैं । जिसकी शिकायत संबंधित थाने में भी पहुंच चुकी है लेकिन अभी तक इन रेत माफियाओं पर कोई ठोस कार्यवाही होते नहीं दिख रही है। सिर्फ विभाग पैनल्टी कार्यवाही करते हुए रेत माफियाओं को छोड़ दिया जा रहा है। न हीं उनके लाइसेंस रद्द कर रहे हैं न हीं किसी प्रकार की वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
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