जिंदगी और मौत की बातें जब भी होती है तो हर इंसान मृत्यु के बारे में जानने की कोशिश ज्यादा करता है। वह अक्सर यही जानना चाहता कि को मृत्यु के बाद इंसान आखिर जाता कहां है? क्या होता है मौत के बाद? कई लोगों को तेज रोशनी के साथ कोई इंसान नजर आता है, हिन्दू ग्रंथों के अनुसार उन्हें यमराज बोला जाता है। इन बातों में कितनी सत्यता है आज हम उसके बारे में आपको बता रहें हैं। आज हम आपको एक ऐसी सत्य घटना के बारे में बता रहें हैं जिसमें मौत के मुंह से वापस लौटे व्यक्ति ने खोले हैं मौत के कई राज। जानें उनके अनुभव को..
यह बात साल 2011 की है जब एक अस्पताल में हार्ट की बीमारी से ग्रस्त एक व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ा था। इसके बाद वो काफी गंभीर हालत में जिंदगी और मौत से जूझ रहा था। डॉक्टर पूरे प्रयास के साथ ऑपरेशन की तैयारी में जुटे थे। तभी अचानक उस शख्स के शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने से दिमाग ने काम करना बंद कर दिया और उस दौरान उसकी मौत हो गयी।
शून्य पड़े इस शरीर के साथ क्या हुआ। यह उस इंसान का खौफनाक अनुभव था, क्योंकि जिस समय उसकी मौत हुई थी, उसे याद है कि किस तरह से ऑपरेशन थिएटर में मौजूद रहें डॉक्टर और नर्स उसे झटके दे रहें थे। उन्हें ये भी याद है कि उन्हें वहां पर उपस्थित 2 लोगों की आवाजे सुनाई दे रही थी और साथ में उन लोगों की जो बार-बार झटके देने की बात कर रहें थे उन अवाजों में एक दूसरी आवाज भी आ रही थी, जो कि एक महिला की थी जो उन्हें हाथ पकड़ कर छत के रास्ते बाहर ले जाना चाह रही थी। जिस की अवाज को सुनकर वो उसके साथ जाने के तैयार हो गए थे।
मौत होने के बाद उन्हें ऐसा लग रहा था कि जो महिला उन्हें साथ लेकर जा रही है,वो उनसे पूरी तरह से परिचित है। जिस पर पूरा भरोसा करके साथ जाया जा सकता है। लेकिन वो किस कारण से उन्हें ले जा रही है, वो कारण पता नहीं था। तभी एक तेज झटके के साथ उनके सामने दो धुंधली परछाई दिखाई देने लगी। जो पास में खड़ी नर्स और डॉक्टर थे।
अपनी जिंदगी में वापस आने के बाद उन्होंने सभी को वो बातें बताई जो 3 मिनट की मृत्यु के दौरान उनके साथ घटी थी। उन्होंने उन सभी लोगों का और उन बातों का जिक्र किया जो उनके मर जाने पर दिखाई दिए थे। उसमें अस्पताल का स्टाफ भी शामिल था, जिनको उन्होंने कभी देखा तक नहीं था। उनके द्वारा बताई गई सभी बातें एक के बाद एक सच होती जा रही थी।
लेकिन वैज्ञानिक और शोधकर्ता इन सब बातों को सच्चाई ना मानकर उसमें अपनी राय बताते हुए कह रहें कि जब शरीर के अंग पूरी तरह से काम करना बंद कर देता है और जब दिल भी काम करना छोड़ देता है। तो दिमाग तक ब्लड सर्कुलेशन नहीं पहुंच पाता और तकनीकी तौर पर व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया जाता है और ऐसी अवस्था में कभी-कभी मृत पड़ा इंसान फिर से जीवित हो उठता है। लेकिन मौत पर भी शोध करना शुरू हो चुका है।